किसान खेती के द्वारा अच्छा लाभ कमाएं. इस सोच को दृष्टिगत रखते हुए, किसानों की समस्याओं को लेकर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने समाधान की दिशा में समुचित कदम उठाने की बात कही है. इस लेख में पढ़ें कि आखिर उन्होंने किसानों की समस्याओं व उनके समाधान के बारे में क्या कुछ कहा है.
किसानों की समस्याओं का हो वैज्ञानिक हल
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि हमें किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान निकालने की दिशा में वैज्ञानिक विकल्पों पर विचार करना होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर भूभाग में रहने वाले किसानों की समस्याएं अलग-अलग है. किसानों की समस्याएं विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, लिहाजा हमें इन समस्याओं के उचित हल के लिए इन कारकों पर विशेष ध्यान देना होगा. उदारहण के लिए पहाड़ी इलाकों में रहने वाले किसानों की समस्याएं मैदानी इलाकों में रहने वाले किसानों से अलग होती है. यह स्वभाविक है, हमें इनका समाधान निकालने की दिशा में अलग-अलग योजनाएं तैयार करनी होंगी.
उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान का ध्येय लोगों के जीवन को सरल व सहज बनाना है. ऐसे में हमें विज्ञान का इस्तेमाल कृषि के लिए करना है, ताकि कृषि की शैलियों को सरल व सहज बनाया जाए.
कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री हुए शामिल
यह कार्यक्रम बेंगलुरु में जवाहरलाल नेहरू वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र में आयोजित किया गया था, जिसमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक के उच्चतर शिक्षा, आईटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और कौशल विकास मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण, प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो. सी.एन.आर. राव और जेएनसीएएसआर के अध्यक्ष प्रो. जी.यू. कुलकर्णी भी शामिल हुए थे.
किसानों के हित के लिए कई योजनाएं लागू की जाती रही है, लेकिन योजनाओं से किसानों को कितना फायदा हुआ और कितना नहीं, इसका पता तो भविष्य में ही चलेगा. कि८सान वैज्ञानिक खेती करे और लाभ कमायें ये समय की मांग है.
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