भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना ‘संकल्प पत्र’ जारी कर दिया है. शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्टी का घोषणापत्र जारी किया है. इसमें महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये देने का भी वादा किया है. इसके अलावा, वर्तमान में दिल्ली में लागू कल्याणकारी योजनाओं को भी जारी रखने के लिए इस ‘संकल्प पत्र’ में वादा किया गया है. साथ ही, राजधानी दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर पर 500 रुपये की सब्सिडी देने को कहा हैं.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली मदद में अब एक बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। अब तक हर साल किसानों को 6,000 रुपये की राशि मिल रही थी, लेकिन चर्चा है कि इसे बढ़ाकर 10,000 रुपये किया जा सकता है!
किसानों को फसलों के नुकसान की भरपाई करने के लिए केंद्र सरकार पीएम फसल बीमा योजना चला रही है. इस योजना के तहत फसलों का बीमा कराने के लिए यूपी समेत कुछ अन्य राज्यों के किसानों को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है. यानी किसानों के पास रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 2 दिन ही बचे हैं. किसानों की मदद के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल लिंक और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
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airborne diseases that are causing yield losses and crop failures before they cause physical damage to the crops. Scanit's multi-patented network of SporeCams (data collection points) provides early disease-detection-as-a-service by successfully capturing the most elusive datapoint for indoor and outdoor crop disease models: real time, hyperlocal pathogen presence. It detects airborne pathogens such as tar spot for corn (or powdery mildew for roses) weeks before visible damage to the crop, thus enabling farmers to proactively maximize yields and minimize operating costs by optimizing spray applications. Present in the U.S. , E.U. , Africa and Asia, Scanit can detect close to 20+ pathogens today and continue to add more.
Uttar Pradesh में Yogi सरकार जनवरी 2025 के पहले महीने में गन्ना किसानों को एक बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है। सरकार गन्ने का समर्थन मूल्य (SAP) बढ़ाने का फैसला कर सकती है, जिससे किसानों को लाभ होगा। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने इस बात का संकेत दिया है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) भारत सरकार की एक प्रमुख कल्याणकारी योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपये की सहायता देती है, जो तीन समान किस्तों में 2,000 रुपये की राशि के रूप में वितरित की जाती है। यह राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे जमा की जाती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सके और कृषि कार्यों में उन्हें सहारा मिले।
Uttar Pradesh सौर ऊर्जा नीति-2022 में केंद्र द्वारा दिए जाने वाले 30 फीसदी अनुदान के अतिरिक्त अनुसूचित जनजाति, वनटांगिया एवं मुसहर जाति के किसानों के लिए 70 प्रतिशत राज्य अनुदान देने का प्रावधान भी है। इस तरह, यदि इन समुदायों के किसान बिजली से चलने वाले अपने पंप को सोलर पंप में बदलते हैं, तो उन्हें शत प्रतिशत अनुदान मिल सकता है. अन्य श्रेणी के कृषको हेतु केन्द्रीय अनुदान 30 प्रतिशत के अतिरक्ति 60 प्रतिशत राज्य अनुदान अनुमन्य है एवं 10 प्रतिशत अंशदान कृषको द्वारा देय है.
तेलंगाना के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर है. तेलंगाना में किसानों को 'रायथु भरोसा योजना' (Rythu Bharosa scheme) के तहत प्रति एकड़ सालाना 12,000 रुपये मिलेंगे. तेलंगाना सरकार ने इस योजना के तहत कैश बेनिफिट में 2,000 रुपये की बढ़ोतरी की है. राज्य में किसानों के लिए ‘रायथु भरोसा’ निवेश सहायता योजना 26 जनवरी से शुरू किया जाएगा.
Haryana के Fatehabad जिले के Tohana में 4 January को राष्ट्रीय स्तर की किसान महापंचायत का आयोजन होने जा रहा है। इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) Haryana ने तैयारियां तेज कर दी हैं और किसानों को एकजुट करने के प्रयास जोरों पर हैं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज एक प्रेस वार्ता में कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक में लिए गए फैसलों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि किसानों के हित में तीन अहम निर्णय लिए गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि 26 दिसंबर 2024 से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय और आसपास के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही, देश के मध्य भागों में चलने वाली पूर्वी हवाओं के संपर्क में आने से 28 दिसंबर तक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी बढ़ने की संभावना है।
देश के करोड़ों किसान आज भी खेती के दौरान कई आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। सिंचाई के लिए डीजल पंप का इस्तेमाल करना उनकी मजबूरी बन गया है, जिससे उनकी आय का बड़ा हिस्सा डीजल पर खर्च हो जाता है। इससे न केवल किसानों की मुनाफा कम हो जाता है, बल्कि खेती की लागत भी बढ़ जाती है। इसके साथ ही, डीजल पंप से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। इस स्थिति में किसानों को किफायती और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों की सख्त जरूरत है, जो उनकी आर्थिक और पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान कर सके।
PM किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किश्त का इंतजार जल्द खत्म हो सकता है। हालांकि सरकार ने अब तक आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है कि फरवरी में देश के करोड़ों किसानों के बैंक खातों में 2,000 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह योजना किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद देती है, जो डीबीटी के जरिए तीन किश्तों में उनके बैंक खातों में भेजी जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार यानी 9 अक्टूबर 2024 को हरियाणा के पानीपत में बीमा सखी योजना की शुरुआत की है। यह योजना जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का मकसद महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से 6 नई योजनाओं की घोषणा की है। इनमें गोबर खरीद योजना और मक्का आटा हिमभोग का लॉन्च प्रमुख हैं। इन योजनाओं के तहत कृषि और किसान कल्याण से जुड़े कई नए कदम उठाए जाएंगे, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
चांदनी चौक के सांसद प्रवीण खंडेलवाल और CAIT द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हेमंत जैन को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के नए अध्यक्ष बनने पर सम्मानित किया गया। इस भव्य आयोजन में व्यापार जगत की जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन को मंजूरी दी गई है। यह मिशन रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा देकर किसानों की लागत कम करने, मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।
आपको बता दे की इस मिशन का उद्देश्य देशभर में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है।साथ ही किसानों की खेती में आने वाली लागत को कम करना और बाहरी खरीद संसाधनों पर निर्भरता को कम करने में सहायता करना है। प्राकृतिक खेती स्वस्थ मिट्टी का निर्माण और रखरखाव करेगी और जैव विविधता को भी बढ़ावा देगी।
भारत के कृषि क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध और भव्य "मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) अवार्ड्स 2024" का आयोजन इस साल 1 से 3 दिसंबर के बीच दिल्ली के IARI ग्राउंड्स, पूसा में होने जा रहा है।
यह कार्यक्रम भारतीय कृषि के क्षेत्र में नवाचार, प्रेरणा और सहयोग का प्रतीक बन चुका है। कृषि जागरण द्वारा आयोजित और ICAR द्वारा सह-आयोजित यह कार्यक्रम भारतीय कृषि के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का उद्देश्य रखता है।
साथ ही इसे महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रयोजित किया जा रहा है। गौरतलब है कि यह पहल कृषि जागरण द्वारा संचालित की जा रही है, जिसका नेतृत्व Krishi Jagran के founder and editor in chief, mc Dominic कर रहे हैं।
इतना ही नहीं कार्यक्रम में भारत के साथ-साथ दुनिया भर के दिग्गज नेता और किसान हिस्सा लेंगे।
आपको बता दे की मुख्यमंत्री ने एक बयान मे कहा के राज्य सरकार गन्ना किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है , और इसीलिए किसानों को 10 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ौतरी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब देशभर में गन्ने का सबसे अधिक दाम देगा, जिससे किसानों को बड़ा लाभ होगा।
कृषि क्षेत्र के प्रमुख उद्योग नेताओं, प्रदर्शकों, प्रायोजकों और महत्वपूर्ण हितधारकों को आने वाले मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) अवार्ड्स 2024 में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। जो कृषि जागरण द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें ICAR सह-आयोजक के रूप में सहयोग कर रहा है, और इसका प्रायोजन महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा किया जा रहा है। बता दें कि यह कार्यक्रम 1 से 3 दिसंबर 2024 को IARI ग्राउंड, पूसा, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
भारत के प्रगतिशील किसानों, नवाचारकर्ताओं और कृषि क्षेत्र के अग्रणी लोगों की उपलब्धियों का उत्सव मनाने के लिए आयोजित MFOI अवार्ड्स 2024, 1 से 3 दिसंबर तक IARI ग्राउंड, पूसा, नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है। इस कार्यक्रम का आयोजन कृषी जागरण द्वारा किया जा रहा है, जिसमें ICAR यानी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सह-आयोजक है और महिंद्रा ट्रैक्टर्स इस कार्यक्रम के प्रायोजक हैं।
किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर ने एक क्रांतिकारी आविष्कार किया है, जो मिट्टी की गुणवत्ता को आसानी और सटीकता से परखने में मदद करेगा। इस सॉइल न्यूट्रिएंट सेंसिंग डिवाइस का निर्माण आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर जयंत कुमार और उनकी टीम ने किया है। यह एक कॉम्पैक्ट और स्मार्टफोन-कम्पैटिबल मशीन है, जो मिट्टी के पोषक तत्वों का वास्तविक समय में विश्लेषण करती है।
दिसंबर की शुरूआत में बस कुछ ही दिन बचे है और अभी भी उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू नहीं हुई है. पहाड़ी क्षेत्रों पर बर्फबारी के बाद मैदानी इलाके में कोहरा और ठंड ने दस्तक दी है. दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में दिन की शुरूआत प्रदूषण और कोहरे के साथ हो रही है, जिससे विजिबिलिटी में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में मौसम विभाग ने आज अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है. इसके अलावा, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में कोहरा घना छाया रह सकता है.
उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड ने अपनी दस्तक दे दी है। ठंड शुरू होते ही कोहरे और सर्द हवाओं का असर दिखाई देने लगा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों के दौरान तापमान में और गिरावट होने की संभावना है।
आयुर्वेद, भारत की प्राचीनतम चिकित्सा प्रणालियों में से एक है, जो न केवल रोगों के उपचार बल्कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए एक मार्गदर्शक प्रणाली है। जैसा कि आपने सही कहा, "आयुर्वेद" दो शब्दों, "आयु" और "वेद" से मिलकर बना है। "आयु" का अर्थ है जीवन और "वेद" का अर्थ है ज्ञान। इस प्रकार, आयुर्वेद का सार "जीवन का ज्ञान" है, जो हमें एक स्वस्थ, संतुलित और प्राकृतिक जीवन जीने की शिक्षा देता है।
भारतीय कृषि के क्षेत्र में उन्नति, नवाचार और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए "द मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) अवार्ड्स" का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य उन्नत खेती करने वाले किसानों को सम्मानित करना और देशभर के किसानों को नई तकनीकों एवं प्राकृतिक खेती के महत्व से अवगत कराना है।
Meet the champions of agriculture—the Star Farmer Speakers at the Millionaire Farmer of India (MFOI) Awards 2024. From India and beyond, these pioneers have transformed their fields into thriving enterprises, redefining what’s possible in agriculture.
Join us to hear the astonishing success stories of these agri-wealth creators, straight from their own mouths. Discover their transformative journeys, gain invaluable insights, and learn the secrets behind their remarkable achievements.
This is your exclusive opportunity to connect with the best in the agri-sector through the Global Farmers Business Network—elevate your agri-business, learn, and network with like-minded innovators!
📅 December 1-3, IARI Mela Ground, New Delhi. Be there to celebrate the spirit of Indian agriculture! 🚜
Uttar Pradesh के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने शुक्रवार को 'कृषि भारत-2024 कार्यक्रम' के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों को सूदखोरी के जाल से मुक्त कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। हालांकि, अभी भी सुधार की संभावनाएँ बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर तकनीक के उपयोग से हम कृषि क्षेत्र को और अधिक उन्नति के पथ पर ले जा सकते हैं, जिस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कपास किसानों को उचित कीमत न मिलने का मुद्दा अब तूल पकड़ चुका है। हाल ही में राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया पर किसानों के पक्ष में कपास की कीमतों को लेकर पोस्ट की थी। तेलंगाना के किसान एमएसपी से 1500 रुपये कम दाम मिलने से खासे परेशान थे, जिसके चलते राज्यभर में विरोध प्रदर्शन और आंदोलन हो रहे थे।
नवंबर का आधा महीना बीतने वाला है और अभी तक उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक नहीं दी है. वहीं, कुछ राज्यों में सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस की जा रही है. देश में इस साल अच्छी खासी बारिश के बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार जबरदस्त ठंड पड़ सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, आज तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है! इस साल रबी सीजन में गेहूं की बुवाई से पहले सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाकर 2,425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले साल की तुलना में 150 रुपये अधिक है। इसका लाभ 2025-26 सीजन में किसानों को मिलेगा जब वे अपना गेहूं सरकारी खरीद केंद्रों पर बेचेंगे।
Madhya Pradesh के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। राज्य सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान, ज्वार और बाजरा की खरीदी नीति की घोषणा कर दी है। इस नीति के तहत, ज्वार और बाजरा की खरीदी 22 नवंबर से प्रारंभ की जाएगी, जबकि धान की खरीदी 2 दिसंबर से शुरू होगी।
भारत में केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं, जिनका उद्देश्य देश के विभिन्न वर्गों को लाभ पहुंचाना है. कहीं आर्थिक सहायता दी जाती है, तो कहीं आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जाती हैं. ऐसी ही एक अहम योजना है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जो किसानों के लिए विशेष रूप से राहतकारी साबित हुई है.
वक्फ….अरबी भाषा के वकुफा शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है ठहरना. वक्फ का मतलब है ट्रस्ट-जायदाद को जन-कल्याण के लिए समर्पित करना. वक्फ उस जायदाद को कहते हैं, जो इस्लाम को मानने वाले दान करते हैं. ये चल-अचल दोनों तरह की हो सकती है. ये दौलत वक्फ बोर्ड के तहत आती है. इसकी देखरेख और हिसाब-किताब का पूरा काम वक्फ बोर्ड करता है.
सरकार की ओर से किसानों से हर साल रबी व खरीफ सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर फसलों की खरीद की जाती है ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके। इसी कड़ी में राज्य में कपास की खरीद के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की गई है। ऐसे में कपास की खेती (Cotton Farming) करने वाले किसान जो एमएसपी (MSP) पर अपनी कपास बेचना चाहते हैं वे पंजीयन करा सकते हैं।
UP के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने ‘बंटोगे तो कटोगे’ के बाद अब नया नारा दिया है. Maharashtra के Washim में चुनाव प्रचार के दौरान आदित्यनाथ ने कहा कि अगर हम एक हैं तो नेक हैं और एक हैं तो सेफ (सुरक्षित) हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा, बंटिए मत! क्योंकि जब भी बंटे थे तो कटे थे. हम ‘एक हैं तो नेक हैं, एक हैं तो सेफ हैं.’
केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने आतंकवाद निरोधी सम्मेलन-2024 में कहा कि केंद्र जल्द ही राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक नीति और रणनीति जारी करेगा। उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है लेकिन आतंकवाद कोई क्षेत्रीय सीमा नहीं जानता।
Donald Trump के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद भारतीय कृषि सेक्टर में उत्साह का माहौल बन सकता है। ट्रंप और प्रधानमंत्री Modi के अच्छे संबंधों के चलते भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। भारतीय फलों, सब्जियों, और खाद्यान्न की मांग अमेरिकी बाजारों में बढ़ सकती है, जिससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे।
भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां एक बड़ा वर्ग खेती पर निर्भर है. इसके साथ ही आज के दौर में कई युवा अच्छी जॉब छोड़कर खेती-किसानी में अपना जीवन यापन कर रहे हैं. किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसके अलावा सरकार की तरफ से खेती-किसानी के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है. इसी तरह Bihar सरकार की तरफ से मशरूम की खेती पर 50 फीसदी Subsidy दी जा रही है.
पद्म पुरस्कार से सम्मानित बिहार की लोकप्रिय गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। मंगलवार शाम दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। सोमवार शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन मंगलवार को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।