अगर कम लागत में उत्तराखंड के चमोली में किसानों को ट्राउट मछली से अच्छा मुनाफा हो रहा है. यहां ट्राउट मछली 1,000 से 1500 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है, जिस कारण क्षेत्र के ज्यादातर किसान इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं. यहां अधिकतर किसानों ने ट्राउट मछली को पालने के लिए टैंक बनवाए हैं.…
बकरी की यह नस्ल महाराष्ट्र के ओस्मानाबादीजिले में पाई जाती है इसलिए इसे ओस्मानाबादी बकरी कहा जाता है. जो कि दूध और मांस उत्पादन दोनों के लिए उपयोगी होती है. इस नस्ल की बकरी कई रंगों में पाई जाती है. इसके प्रौढ़ नर बकरे का वजन लगभग 34 किलो और मादा बकरी का वजन 32 किलो ग्राम होता है. बकरी…
देशभर के कई इलाकों में मौसम लगातार ठंडा होता जा रहा है. ऐसे में गाय पालन करने वाले पशुपालकों को उनका खास ध्यान रखना होगा, क्योंकि ठंड गायों के लिए जानलेवा साबित भी हो सकती है. लिहाजा, इनका खास ख्याल रखना जरूरी है. गाय को ठंड से बचाने के लिए परंपरागत तरीकों के अलावा आहार में ऊर्जा की मात्रा भी…
मुर्गी पालन की बजाय यदि किसान बत्तख पालन करें तो अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. बत्तख की खाकी कैंपबैल नस्ल अंडा उत्पादन के लिए सर्वोत्तम नस्ल मानी जाती है. यह लगातार दो साल तक अंडे देती है वहीं साल में इससे 300 अंडे तक लिए जा सकते हैं. साथ ही मुर्गी पालन की तुलना में बत्तख पालन कम खर्चीला…
अगर छोटी सी लागत में अपना कोई धंधा शुरू करना चाहते हैं, तो कतला मछली पालन का काम शुरू कर सकते हैं. इस धंधे के लिए सरकार न सिर्फ आपको अनुदान देती है, बल्कि कृषि विज्ञान केंद्रों से जाकर आप प्रशिक्षण भी ले सकते हैं. इस मछली को भारत के अलग-अलग राज्यों में क्षेत्रियों भाषाओं के अनुसार विभिन्न नामों से…
कई डेरी फार्म की सफलता या विफलता सीधे आवास के प्रकार से जुड़ी हुई होती है. कई डेरी फार्म में जानवरों का प्रबंधन करना आसान है, क्योंकि उनके द्वारा चुने गए आवास के प्रकार अच्छा है. कुछ डेरी फार्म में आवास के प्रकार के कारण किसान विभिन्न प्रकार की समस्याओं में फंस गए हैं. जिस प्रकार के आवास आप अपने…
मवेशी पशुओं में होने वाली सबसे आम लेकिन गंभीर बीमारियों में से एक है उनके पेट में कीड़े होना. आमतौर पर इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता और अगर जाता भी है, तो दवा-दारू की जद्दोजहद करना कोई पसंद नहीं करता. पशुओं के पेट में अगर कीड़े हो गए तो धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता ही जाता है और बाद…
अगर आपको अपना गांव याद है, तो शायद आपको यह भी याद होगा कि गांव के घरों में मिट्टी की दीवारें पीली मिट्टी और गोबर से पुती होती थी. मगर अब ऐसा नजारा शायद ही कहीं देखने को मिलता होगा, लेकिन खादी इंडिया यह समय वापस लाने की तैयारी कर रहा है.…
यदि आप भी मछली पालन करके कमाई करने के बारे में सोच रहे हैं तो देसी मांगुर मछली का पालन एक बेहतर विकल्प हो सकता है. मछलियों की अन्य किस्मों की तुलना में इसका बाजार भाव अधिक मिलता है. जहां तक मांगुर मछली की बात करें तो इसका वैज्ञानिक नाम क्लैरियस मांगुर है और यह मीठे पानी की वायुश्वासी प्रजाति…