देश के किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके, उसके लिए केंद्र सरकार समय-समय पर पहल करती रहती है. अब इसी क्रम में किसानों को उनकी भाषा में 'सही समय पर खेती से संबंधित सही जानकारी आसानी से मिल सके, इस मकसद से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा संयुक्त रूप से 16 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के 93वें स्थापना दिवस के मौके पर डिजिटल प्लेटफार्म ‘किसान सारथी’ लॉन्च किया गया.
वहीं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंडलाजे ने की. इस मौके पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी, सचिव (डीएआरई) एवं महानिदेशक (आईसीएआर) डॉ. त्रिलोचन महापात्र, डिजिटल इंडिया कारपोरेशन के एमडी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सिंह एवं आईसीएआर एवं डीएआरई के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
डिजिटल प्लेटफार्म किसान सारथी से फायदा (Benefit from Digital Platform Kisan Sarathi)
डिजिटल प्लेटफार्म (Digital platform) ‘किसान सारथी’ पर किसानों को फसल और बाकी चीजों की जानकारी उनकी भाषा में दी जाएगी. वहीं किसान भाई इस प्लेटफॉर्म की मदद से किसान फसल और सब्जियों को सही तरीके से बेच भी सकेंगे. वहीं अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि कई मंत्रालय मिलकर किसानों की मदद कर रहे हैं. किसान सारथी से मिली जानकारी से किसान और व्यापारी आसानी से फसलों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे. नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी किसान सारथी को किसानों के लिए एक जरूरी प्लेटफार्म करार दिया.
किसान केवीके के वैज्ञानिकों से प्राप्त कर सकेंगे सलाह
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने दूरदराज के क्षेत्रों में किसानों तक पहुंचने के लिए तकनीकी हस्तक्षेप के साथ किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में ‘किसान सारथी’ की इस पहल के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को बधाई दी. उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म से किसान सीधे तौर पर कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के संबंधित वैज्ञानिकों कृषि और संबद्ध क्षेत्रों पर व्यक्तिगत सलाह प्राप्त कर सकते हैं.
कृषि क्षेत्र में नए तकनीकी विकसित करने की जरूरत
इसके अलावा, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने आईसीएआर के वैज्ञानिकों से कहा कि वे किसान की फसल को उनके खेत के गेट से गोदामों, बाजारों और उन जगहों पर ले जाने के क्षेत्र में नए तकनीकी हस्तक्षेपों पर अनुसंधान करें जहां वह कम से कम नुकसान के साथ बेचना चाहते हैं.
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