वजन घटाने और स्वस्थ रहने के लिए लोग अब कुछ भी करने को तैयार है. रोजाना सुबह एक्सरसाइज हो, योगा हो या फिर तरह-तरह की सेल्फ डाइट प्लान, आजकल लोग हर चीज़ आजामाना चाहते हैं, ताकि उनकी स्वास्थ सही रहे.
ऐसे में इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) आज के समय के हिसाब से एक बेहतर विकल्प है. इंटरमिटेंट फास्टिंग की बात करें, तो यह चक्र लगभग 16 घंटे का होता है, जिसमें आपको बिना खाए रहना होता है.
जी हाँ, सुनने में यह बड़ा विचित्र सा लगता है, लेकिन इसको करने का सही तरीका कुछ ऐसा ही है. यानि एक दिन में आप सिर्फ 8 घंटे खा सकते हैं.
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक प्रकार का समय-प्रतिबंधित आहार है, जिसमें उपवास करने वाले अपने एक दिन के अंतिम भोजन और अगले दिन के पहले भोजन के बीच एक लंबा अंतराल लेना पड़ता है. इंटरमिटेंट फास्टिंग से वेट लॉस तो होता ही है, मेटाबॉलिज्म भी बेहतर बनता है. इंटरमिटेंट फास्टिंग इम्यूनिटी (Immunity) बढ़ाने का भी काम करती है.
इस फॉस्टिंग में कैलोरी वाली चीजों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. साथ ही अधिक से अधिक पानी का सेवन किया जाता है, ताकि भूख का एहसास कम हो और शरीर का मेटाबोलिज्म (Metabolism) को बढ़ाया जा सके और आपका शरीर भी हमेशा हाइड्रेट रहे. आप पानी के अलावा नारियल पानी जैसे ड्रिंक भी भी सेवन कर सकते हैं. उपवास तोड़ने के बाद हल्की चीजों का सेवन करें. अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, तो लगातार इंटरमिटेंट फास्टिंग करने की आदत न डालें.
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान रखें इन बातों का विशेष ध्यान (Take special care of these things during intermittent fasting)
-
फास्टिंग के दौरान जंक, फास्ट फूड से दूर रहें.
-
इंटरमिटेंट फास्टिंग की शुरुआत करने से पहले डॉक्टर या फिर डायटिशियन से सलाह जरूर लें.
-
अगर आपको कोई भी स्वास्थ सम्बंधित परेशानियां हैं, तो इसको ना करें. यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है.
-
डाइट का सही तरीके से पालन करें तभी रिजल्ट निकल कर आएगा.
-
अगर किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो तुरंत अपने डायटीशियन से संपर्क करें.
-
बैलेंस फ़ूड का इस्तेमाल करें.
इंटरमिटेंट फास्टिं का सही तरीका (Correct way of intermittent fasting)
16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग (16/8 Intermittent Fasting)
यह फार्मूला इंटरमिटेंट फास्टिंग में सबसे ज्यादा चर्चित मानी जाती है. इसमें पुरुषों को 16 घंटे और महिलाओं को 14-15 घंटे का उपवास करना होता है और 8 घंटे का वक्त खाने के लिए खुद से चुना जाता है. उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति 12 बजे अपना पहला भोजन करता हैं तो वह अपना आखिरी भोजन 8 बजे तक सकता है. इसका मतलब आप 16 घंटे का व्रत रखते हैं. कई लोगों के लिए ब्रेकफास्ट स्किप करना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में वह पानी, कॉफी या फिर ऐसी चीज का थोड़ी मात्रा में सेवन कर सकते हैं. जिससे उनकी भूख भी ख़त्म हो जाए और डाइट प्लान पर भी कोई असर ना पड़े.
5/2 डाइट (5/2 Diet)
इस डाइट में सप्ताह में 5 दिन नॉर्मल खाना खाया जाता है. वहीं बचे हुए 2 दिनों में 500-600 कैलोरी तक का सेवन कर सकते हैं. इस डाइट को फास्ट डाइट के नाम से जाना जाता है. उदाहरण के तौर पर अगर आप सोमवार से लेकर गुरुवार तक नॉर्मल खाना खाते हैं, तो शुक्रवार से रविवार तक आप 2 छोटे मील 250-250 कैलोरी तक महिलाएं ले सकती हैं. वहीं पुरुष 300 कैलोरी तक ले सकते हैं.
हर दूसरे दिन का उपवास (Every Other Day Fasting)
इस डाइट में आपको हर दूसरे दिन व्रत रखना होगा. अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग की शुरुआत कर रहे हैं, तो यह आपके लिए सबसे बेस्ट है. इसके लिए आप पहले दिन नॉर्मल खाएं और दूसरे दिन व्रत रखेंगे. इसी तरह तीसरी दिन नॉर्मल खाएं और चौथे दिव व्रत रखें. अगर आपको व्रत के दौरान अधिक भूख लग रही हैं तो 100 कैलोरी तक कुछ खा सकते हैं.
वॉरियर डाइट (Warrior Diet)
इस डाइट में पूरे दिन में कच्चे फल और सब्जियों का सेवन किया जाता है. उदाहरण के लिए, आप सुबह से दोपहर 12 बजे तक फल और सब्जियों का सेवन करें. इसके बाद 4 बजे हैवी मील लें और उसके बाद उपवास रखें. इसमें अधिक से अधिक प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन किया जाता है.
भोजन स्किप करना (Skip meals)
इंटरमिटेंट फास्टिंग का यह डाइट प्लान भी काफी पॉपुलर है. कई लोग इसका इस्तेमाल अपने डाइट प्लान में करते हैं. इसमें सप्ताह में 2 बार एक वक़्त का खाना स्किप करना होता है. उदाहरण के लिए, आप पहले दिन तीनों समय का खाना खा रहे हैं तो दूसरे दिन ब्रेकफास्ट न करे. इसकी तरह पांचवे दिन का डिनर ना करें.
इंटरमिटेंट फास्टिंग कब नहीं करनी चाहिए (When not to do intermittent fasting)
-
अगर आपका वजन ज्यादा नहीं है, तो इस उपवास को फॉलो न करें.
-
गर्भवती और ब्रेस्टफीडिंग करने वाली महिलाएं इस डाइट को फॉलो ना करें.
-
अगर कोई व्यक्ति ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी या फिर ब्लड शुगर की दवा ले रहा हैं तो इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें.
-
बच्चों के लिए यह उपवास नहीं है.
Share your comments