हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में 9 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है. इस कारण सभी अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद का कार्य भी रोक दिया है.
मगर साल 2020 के लॉकडाउन में कृषि संबंधी गतिविधियों पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया था. फिलहाल, राज्य की सभी मंडियों में गेंहू की खरीद (Wheat Procurement) का कार्य नहीं किया जा रहा है और न ही कोई गेट पास जारी किया जा रहा है.
किसानों से किया आग्रह
राज्य सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि इस महामारी के दौरान घर पर ही रहें. बिना किसी जरूरी कार्य के घर से बाहर न निकलें. बता दें कि राज्य की मंडियों में 2 मई 2021 तक कुल 83.53 लाख टन गेहूं की आवक हुई है. अब तक कुल 80.51 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है.
किसानों के लिए फॉर्म
अब तक लगभग 4,99,377 किसानों के लगभग 9,15,049 जे फॉर्म बनाए जा चुके हैं. इसके जरिए गेहूं की खरीद होती है. सरकार ने 2 मई तक किसानों के खातों में लगभग 9270 करोड़ रुपए की अदायगी की है. खास बात यह है कि पहली बार किसानों के खातों में पैसे भेजे जा रहे हैं, जबकि पहले किसानों को आढ़तियों के जरिए पैसा दिया जाता था.
राज्य सरकार ने बनाया लक्ष्य
हरियाणा सरकार गेहूं खरीदने का लक्ष्य हासिल कर चुकी है. बता दें कि राज्य सरकार का लगभग 80 लाख मिट्रिक टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य था, लेकिन इससे अधिक खरीद हो चुकी है.
माना जा रहा है कि लॉकडाउन (Lockdown) खत्म होने के बावजूद अभी 5 दिन खरीद और हो सकती है, क्योंकि गेहूं खरीद की प्रक्रिया 15 मई को बंद की जाएगी.
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