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गोबर से बनाई गणेश भगवान की ईको फ्रैंडली मूर्तियां, यहां जानिए कैसे?

राजस्थान के बांसवाड़ा का एक युवक बड़ा ही अनोखा काम कर रहा है. जी हां, इस युवक ने गणेश चतुर्थी के लिए गोबर और मिट्टी से मूर्तियां बनाई हैं, जो कि पूरी तरीके से ईको फ्रैंडली हैं. आइए जानते हैं आज के इस लेख में इसके पीछे की पूरी कहानी क्या है.

देवेश शर्मा
गणेश भगवान की ईको-फ्रैंडली  मूर्ति
गणेश भगवान की ईको-फ्रैंडली मूर्ति

इस बार बुधवार को गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है, जिसके चलते बाज़ार सज गया है और कई शहरों में तो बड़े ही अनोखे तरीके स मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है. जैसे राजस्थान के बांसवाड़ा के एक युवक ने गोबर और मिट्टी की सहायता से गणेश भगवान की मूर्तियां बनाई हैं.

दरअसल, बांसवाड़ा राजस्थान का एक छोटा सा जिला है और यहां पर रक्षित त्रिवेदी नाम के एक युवक ने बड़ी ही अनूठी पहल की है. रक्षित ने गाय के गोबर और मिट्टी से गणेश जी की मूर्तियां बनाई हैं. इस काम में उनका पूरा परिवार जुटा हुआ है. रक्षित का कहना है कि ये मूर्तियां पूरी तरीके से ईको फ्रैंडली हैं और वे ये काम बांसवाड़ा के कल्याणी पवित्र गौमय फार्म की सहायता से कर रहे हैं.

इस तरीके से बना रहे हैं मूर्तियां

रक्षित का कहना है कि उन्होंने सबसे पहले पशुपालन करने वाले लोगों से 6 रूपये प्रति किलो के हिसाब से 600 किलो गोबर खरीदा और उसके बाद गोबर को सुखाकर उसका चूरा बनाया और उसे मिट्टी में मिलाकर सांचे में ढलाने से मूर्तियों का निर्माण किया गया. रक्षित के अनुसार, इन मूर्तियों में पीओपी के मुकाबले कम फिनिशिंग रहती है, लेकिन फिर भी इन्हें अच्छे से बनाया गया है.

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इन मूर्तियों से पशुपालकों का भी होगा फायदा

गोबर की इन ईको फ्रैंडली मूर्तियों से पशुपालन करने वाले लोगों का भी फायदा हो होगा, क्योंकि मूर्ति बनाने वाले लोग गोबर की पूर्ति करने के लिए पशुपालकों के पास जाएंगे और गोबर की खरीदी करेंगे, जिससे पशुपालक दूध न देने वाली गायों को ऐसे ही छोड़ दिया करते थे, वो नहीं छोड़ेंगे.   

English Summary: Rajasthan's youth is making eco-friendly idols of Lord Ganesh with cow dung Published on: 30 August 2022, 03:47 PM IST

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