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5 सितंबर को कृषि जागरण मनाएगा #ftb अभियान के तहत मासिक महोत्सव

आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि खेत की जुताई, बुवाई, सिंचाई, खाद-बीज और कटाई पर आने वाली लागत के अनुपात में किसानों को सही कीमत नहीं मिल पाती है. वजह, कृषि उपज को मंडी ले जाने पर विक्रय के दौरान बिचौलिए हावी रहते हैं. उपज बेचने आने वाले किसानों से बिचौलिए कम दाम में उपज खरीदकर अधिक कमीशन खाकर इनकी उपज बेच देते हैं. जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए, वह इन बिचौलियों का हो जाता है. नतीजतन परेशान होकर बहुत सारे किसान खेती से मुंह मोड़ लेते हैं. और किसी अन्य रोजगार की तलाश में शहर की ओर पलायन कर जाते हैं.

KJ Staff
Farmer The Brand
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आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि खेत की जुताई, बुवाई, सिंचाई, खाद-बीज और कटाई पर आने वाली लागत के अनुपात में किसानों को सही कीमत नहीं मिल पाती है. वजह, कृषि उपज को मंडी ले जाने पर विक्रय के दौरान बिचौलिए हावी रहते हैं. उपज बेचने आने वाले किसानों से बिचौलिए कम दाम में उपज खरीदकर अधिक कमीशन खाकर इनकी उपज बेच देते हैं. जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए, वह इन बिचौलियों का हो जाता है. नतीजतन परेशान होकर बहुत सारे किसान खेती से मुंह मोड़ लेते हैं. और किसी अन्य रोजगार की तलाश में शहर की ओर पलायन कर जाते हैं.

किसानों की इन्हीं समस्याओं के मद्देनजर ‘कृषि जागरण’ 24 वर्ष सेवा करने के बाद जून महीने से ‘फार्मर दा ब्रांड’ अभियान देशभर में चलाया हुआ है. जिसमें अलग-अलग राज्यों के प्रगतिशील किसानों को किसानों से रूबरू करवाया जा रहा है. अभीतक ‘कृषि जागरण’ के ‘फार्मर दा ब्रांड’ अभियान से 200 से ज्यादा प्रगतिशील किसान जुड़कर अपने उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में लाखों किसानों के बीच चर्चा कर चुके हैं. ‘कृषि जागरण’ का ऐसा मानना है कि अगर किसान अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने के अलावा खुद की ब्रांडिंग करते हैं तो वो अपनी उपज को उचित कीमत पर बेच सकते हैं.

Bharat Bhushan Tyagi
Bharat Bhushan Tyagi

गौरतलब है कि ‘कृषि जागरण’ के इस मुहिम का किसानों पर व्यापक स्तर पर प्रभाव पड़ा है. मौजूदा वक्त में बहुत सारे ऐसे किसान हैं जिनको अब उनकी उपज की सही कीमत मिल रही है. और उनकी उपज की मांग वैश्विक स्तर पर होने लगी है. उन्हीं किसानों में से 10 चुनिंदा किसान, जिनके पास अपना खुद का ब्रांड है और कृषि जागरण के माध्यम से अपने उत्पादों को अच्छी किमत पर बेच पा रहे हैं, वहीं किसान 5 सितंबर, 2020 को कृषि जागरण के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/krishi.jagran पर लाइव होकर देशभर के 1000 किसानों को संबोधित करेंगे और बताएंगे कि कैसे उन्होंने अपना ब्रांड विकसित किया है, कैसे अपनी उपज का मंडीकारण करते हैं और कितनी लागत में उन्हें कितना फायदा हो रहा है.

उन 10 प्रगतिशील किसानों का नाम जो मासिक एफटीबी महोत्सव को संबोधित करेंगे-

  1. भारत भूषण त्यागी - पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित- 2019

  2. कंवल सिंह चौहान - पदम श्री अवार्ड से सम्मानित - 2019

  3. नवनाथ मल्हारी कास्पेट - कृषि भूषण अवार्ड से सम्मानित

  4. देवेश पटेल - ऑर्गेनिक इंडिया धरतीमित्र पुरस्कार-2018

  5. अजिंक्य हांगे - 2018 में महाराष्ट्र सरकार की ओर से सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कार

  6. अविनाश सिंह दांगी - ऑर्गेनिक इंडिया हलधर- भारत में शीर्ष 10

  7. मंजुला और पार्थिबन - राष्ट्रीय पोषण पुरस्कार -2018

  8. प्रीथा प्रथाब

  9. राय नवनीत शंकर सूद

  10. समीर बोरदोलोई


नोट:- जो किसान 5 सितंबर को इसका लाभ उठाना चाहते हैं वो किसान https://bit.ly/3hlHzSY लिंक पर विजिट कर अपना रजिस्ट्रेशन करें.

English Summary: Krishi Jagaran will be celebrated on 5 September, monthly festival under ftb campaign Published on: 25 August 2020, 06:35 PM IST

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