देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से किस तरह से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं, ये बात मीडिया में आ रही ख़बरों के माध्यम से सभी जान रहे हैं. इन्हीं में किसान भी शामिल हैं. इस समय रबी फसलों की कटाई (HARVESTING OF CROPS) चल रही है. इसके बाद फसलों की बुवाई का समय भी आने वाला है. कई ऐसी फसलें हैं जिनकी बुवाई के लिए किसान तो तैयार बैठे हैं लेकिन उन्हें भी एक बार इस संबंध में यह सोचना पड़ रहा है कि इस समय बुवाई करें भी या नहीं.
किसान इस दुविधा में हैं कि लॉकडाउन (LOCKDOWN) में, लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है, अगर बुवाई के कार्यों के लिए उन्हें मजदूर न मिले तो क्या होगा. ऐसे में किसान कुछ समय बाद रुक कर बुवाई करने का भी मन बना रहे हैं.
हालात ऐसे रहे तो बुवाई में भी हो सकती है देरी
गुजरात में कपास की खेती (Cotton cultivation) करने वाले दीपू का कहना है, "हर कोई इस समय अपने घर में है. जो खेतीबाड़ी का काम करने वाले मजदूर थे, वो भी अपने-अपने घर चले गए हैं, कुछ हैं लेकिन वो भी आना नहीं चाहते. अभी कटाई चल रही है लेकिन जैसे-तैसे वो भी हो रही. मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं." दीपू ने इस बात की भी आशंका जताई कि अगर हालात ऐसे रहे तो बुवाई में भी देरी हो सकती है.
बुवाई के लिए किसानों को बीज और उर्वरक की उपलब्धता की भी चिंता
आपको बता दें कि कपास और गर्मियों में बोई जाने वाली मूंग की बुवाई मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है. ऐसा इसलिए क्योंकि जहां एक ओर मजदूरों की कमी हो रही है, वहीं किसानों को यह भी चिंता सत्ता रही है कि अगर बुवाई कर भी दी जाए, तो बीज और ऊर्वरक की उपलब्धता कैसे हो पाएगी.
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