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जानिए, क्यों अंतरराष्ट्रीय बाजार में आसमान छू रहे हैं भारतीय केसर के दाम

भारत के जम्मू-कश्मीर के पंपोर में उत्पादित होने वाले केसर की मांग समस्त विश्व में रहती है, लेकिन इसकी सर्वाधिक मांग अफगानिस्तान, ईरान और इराक जैसे देशों में हमेशा रहती है. वहीं, मध्य एशिया देशों के इतर अन्य देशों में भी भारतीय केसर की मांग अपने चरम पर रहती है, लेकिन जब से तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में किया है, तब से भारतीय केसर की मांग वहां बिल्कुल शून्य पर आ चुकी है, जिसकी वजह से हमारे यहां के व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

सचिन कुमार
Saffron
Saffron

भारत के जम्मू-कश्मीर के पंपोर में उत्पादित होने वाले केसर की मांग समस्त विश्व में रहती है, लेकिन इसकी सर्वाधिक मांग अफगानिस्तान, ईरान और इराक जैसे देशों में हमेशा रहती है. वहीं, मध्य एशिया देशों के इतर अन्य देशों में भी भारतीय केसर की मांग अपने चरम पर रहती है, लेकिन जब से तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में किया है, तब से भारतीय केसर की मांग वहां बिल्कुल शून्य पर आ चुकी है, जिसकी वजह से हमारे यहां के व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.


हालांकि, हमारे यहां के व्यापारियों को मायूस होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अफगानिस्तान को अगर छोड़ दिया जाए, तो अन्य पश्चिमी देशों में भारतीय केसर की मांग अपने चरम पर पहुंच चुकी है. ऐसे में हमारे यहां के व्यापारियों को भारी मुनाफा हो रहा है, लेकिन हमारे यहां कुछ ऐसे व्यापारी भी थें, जिनका माल सिर्फ अफगानिस्तान में ही जाता था, लेकिन वहां पनपे तालिबानी संकट के बाद से व्यापारियों की चिंता अपने चरम पर पहुंच चुकी है.

अब ऐसे में वहां के हालात कब तक सामान्य हो पाते हैं. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इस रिपोर्ट में हम आपको केसर से जुड़ी कुछ ऐसे दिलचस्प बातों के बारे में बताएं चलते हैं, जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है-

केसर का उत्पादन कहां होता है? 

वैसे, तो केसर का उत्पादन संपूर्ण भारत में होता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा उत्पादन जम्मू-कश्मीर के पंपोर जिले में किया जाता है. यहां के व्यापारियों का सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय बाजार में जाता है. संपूर्ण कश्मीर घाटी में 12  मीट्रिक टन केसर का उत्पादन किया जाता है. केसर एक बहुउपयोगी उत्पाद है. इसका कई चीजों में उपयोग किया जाता है. लाभ के दृष्टिकोण से इसकी खेती काफी लाभकारी मानी जाती है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में चरम पर पहुंची कीमत

इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में केसर की कीमत अपने चरम पर पहुंच चुकी है. कई पश्चिमी देशों जैसे न्यूजीलैंड, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भारतीय केसर की मांग अपने चरम पर पहुंच चुकी है. वहीं, अब अफगानिस्तान में केसर निर्यात करने वाले किसान अब इन देशों की रूख कर रहे हैं, क्योंकि इन देशों में इन्हें  भारी मुनाफा भी प्राप्त हो रहा है. बता दें कि अन्य देशों की भांति इन देशों में इस वर्ष काफी मात्रा में केसर की मांग है. अब ऐसे में सरकार आगे चलकर क्या कुछ कदम उठाती है. आइए, इस रिपोर्ट  में आगे कैसर की हालिया कीमत के बारे में जानते हैं। 

केसर की हालिया कीमत

वहीं, अगर केसर की हालिया कीमत की बात करें, तो 1.4 लाख प्रति लीटर था जो अब 2.50 लाख प्रति किलो तक पहुंच चुका है. ऐसे में आप सहज ही अंदाज लगा सकते हैं कि वर्तमान में केसर के दाम की क्या स्थिति है. वहीं भारतीय व्यापारी भी इससे भारी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं. वहीं, अन्य वर्षों की तुलना में केसर का उत्पादन भी काफी मात्रा में हुआ है और इस वर्ष अन्य वर्षों की तुलना में मांग भी सबसे ज्यादा है. ऐसे में आगे चलकर केसर की खेती व इसका उत्पादन क्या रूख अख्तियार करता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा. तब तक के लिए आप कृषि क क्षेत्र से जुड़ी हर बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए... कृषि जागरण.कॉम

English Summary: Rise in the price of Indian saffron Published on: 18 September 2021, 07:15 PM IST

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