1. Home
  2. ख़बरें

Krishi Vigyan Kendra गर्मियों में लस्सी और छाछ तैयार करने के लिए किसानों को दे रहा प्रशिक्षण

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र किसानों को प्रशिक्षण दे रहा है. जिससे वह दूध के सही प्रयोग से अधिक मुनाफा कमा सके. प्रशिक्षण के दौरान आपको तकनीकी मदद भी दी जाएगी.

लोकेश निरवाल
दूध उत्पादन
Krishi Vigyan Kendra

किसान भाई अपनी आय को बढ़ाने के लिए खेती के अलावा कई अन्य कार्य भी करते हैं. जिससे वह अपनी सभी जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकें.  इन्हीं में से एक दूध उत्पादन का कार्य है, जिससे किसानों को बाजार में अच्छा लाभ मिलता है.

आपको बता दें कि भारत दुनिया में दूध उत्पादन का सबसे उत्पादक देश है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 तक भारत में दूध उत्पादन 270 मिलियन मीट्रिक टन तक बढ़ सकता है. इसी क्रम में अब देश के किसान दूध से पहले पनीर तैयार करेंगे और फिर इसके पानी से स्वादिष्ट पेय पदार्थ भी तैयार करेंगे. किसानों को यह बेहतर तरीका सिखाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) उनकी मदद कर रहा है. किसानों को पशु उत्पाद के विषय पर प्रशिक्षण दे रही है.

यह भी पढ़ेः भारत की टॉप 5 डेरी ब्रांड्स जो दूध उत्पादन में सालाना करोड़ों कमा रही हैं

दूध से तैयार होंगे कई उत्पाद (Many products will be prepared from milk)

KVK समन्वयक वैज्ञानिक डा. मुनेश्वर प्रसाद ने कहा कि किसानों को यह प्रशिक्षण देने का हमारे मुख्य मकसद किसानों को उनके दूध का उचित मूल्य के साथ दूध का सही से उपयोग किया जाए इस बारे में बताना है. कई बार तो दूध को बेचने में भी किसानों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, के.वि.के के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. के.वि.के वैज्ञानिकों का कहना है कि, किसान आसानी से दूध से पनीर (doodh se paneer) बना सकते है और साथ ही वह इससे एक पेय पदार्थ तैयार कर सकते है. जिसकी पैकिंग किसान खुद अपने-अपने  घर पर ही कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें कोई खास मशीन की भी जरूरत नहीं होगी.

के.वी.के से 40 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा (40 farmers are being trained from KVK)

के.वि.के के पशु वैज्ञानिक डॉ. धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, वर्तमान समय में करीब 40 किसानों को इस तकनीक से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे किसानों की आमदनी (farmers' income) बढ़ सके. अगर इनमें से किसी एक किसान भाई को इस तकनीक में किसी भी तरह की परेशानी आती है, तो उस परेशानी का हल करने के लिए किसानों को तकनीकी मदद भी दी जाएगी. इस प्रशिक्षण से प्रभावित होकर कई किसानों में अपना अनुभव साँझा करते हुए लोगों को इसमें शामिल होने के लिए कहा है.

English Summary: Krishi Vigyan Kendra training farmers to prepare lassi and buttermilk in summer Published on: 16 March 2022, 05:18 PM IST

Like this article?

Hey! I am लोकेश निरवाल . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News