अब किसानों फसलों की सिंचाई करने के लिए न ही बिजली का इंतजार करना पड़ेगा और न ही पेट्रोल डीजल की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि मौजूदा समय में इन समस्याओं का समाधान सोलर पंपों ने कर दिया है. अब किसानों फसलों की सिंचाई करने के लिए न ही बिजली का इंतजार करना पड़ेगा और न ही पेट्रोल डीजल की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि मौजूदा समय में इन समस्याओं का समाधान सोलर पंपों ने कर दिया है.
इसी कड़ी में झारखंड सरकार द्वारा सोलर पंप पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी. अगर आप झारखंड के किसान हैं, तो आप इस मौके का लाभ उठा सकते हैं. इससे आगे की जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूरी पढ़िए.
सोलर पंप पर मिलेगी सब्सिडी (Subsidy on Solar Pump)
झारखंड सरकार किसानों को कुसुम योजना के तहत सोलर पंप कुल 96 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी. इसका लाभ लगभग 8 हजार किसानों को दिया जाएगा. इसमें किसानों को राज्य सरकार की एजेंसी जेरेडा द्वारा 66 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगा, तो वहीं केंद्र सरकार द्वारा 30 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी. यानी किसानों को मात्र 4 प्रतिशत की राशि का ही भुगतान करना होगा.
कितनी मोटर की कीमत पर कितनी राशि देनी होगी (How much amount will have to be paid on the cost of the motor)
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किसानों को 2 एचपी का मोटर लेने पर 3 हजार रुपए देने होंगे.
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इसके साथ ही 3 एचपी के मोटर पर 5 हजार रुपए देने होंगे.
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इसके अलावा 5 एचपी के मोटर पर 7 हजार रुपए देना होगा
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ध्यान रहे कि मोटर की लागत दो से ढाई लाख रुपए तक ही होगी.
जेरेडा ने एजेंसिंयों का किया निर्धारण (Jereda determined the agencies)
किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराने के लिए जेरेडा की तरफ से जिलों में एजेंसियों का निर्धारण किया जा चुका है. यह एजेंसियां ही किसानों के यहां सोलर पंप लगाएंगी. इनमें श्री एलेक्ट्रोना एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, टाटा पावर सोलर सिस्टम, सीआरआइ पंप्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है.
इसके अलावा इकोजेन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, श्री सावित्र सोलर प्रालि, वीआरजी एनर्जी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल इंडिया मार्केटिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड का नाम शामिल है.
सोलर पंपों पर सब्सिडी मिलने से फायदा (Benefits of getting subsidy on solar pumps)
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किसानों का पेट्रोल व डीजल का खर्च बचेगा.
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किसानों की आय में वृद्धि होगी.
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खेतों में सिंचाई के साधन उपलब्ध रहेंगे.
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किसान आधुनिक तकनीक की तरफ रूख कर पाएंगे.
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खेतों में सोलर सिस्टम लगाकर सौर ऊर्जा से पंपसेट चलाकर अच्छी तरह सिंचाई करने से फसलों को लाभ होगा.
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किसानों के समय की बचत होगी.
सोलर पंप पर सबसे ज्यादा सब्सिडी देने वाला राज्य (State giving highest subsidy on solar pump)
झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां पीएम कुसुम योजना के तहत सबसे ज्यादा सब्सिडी मिलती है. इस योजना के कंपोंनेंट बी के तहत लगने वाले सौर ऊर्जा आधारित पंप की लागत का केंद्र सरकार द्वारा 30 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है. इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा 67 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलती है. यानी इस तरह से किसान को सौर ऊर्जा पंप मात्र 3 से 4 प्रतिशत राशि का भुगतान करना पड़ता है.
क्या है कुसुम योजना? (What is Kusum Yojana?)
केंद्र सरकार द्वारा किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (कुसुम) योजना संचालित की जा रही है. यह योजना सिंचाई में इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल/बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा से चलाने के लिए बनाई गई है. इस योजना का ऐलान पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आम बजट 2018-19 में किया गया था. यह योजना देश के किसानों को 2 तरह से लाभ पहुंचाती है. पहला सिंचाई के लिए फ्री में बिजली मिलती है और दूसरा अतिरिक्त बिजली बनाकर ग्रिड को भेज सकते हैं. इस तरह किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है.
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