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बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमत से किसान भी हुए परेशान

पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमत की वजह से पूरा देश परेशान है. आये दिन पेट्रोल की कीमत आसमान को छूती जा रही है. ऐसे में आम आदमी से लेकर किसान भी परेशान हैं.

प्राची वत्स
Petrol Price Hike
Hike In Petrol Price

पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमत की वजह से पूरा देश परेशान है. आये  दिन पेट्रोल की कीमत आसमान को छूती जा रही है. ऐसे में आम आदमी से लेकर किसान भी परेशान हैं. जहां सरकार किसानों के लिए एक के बाद एक योजनाएं लेकर आ रही है, वहीं पेट्रोल की कीमत जान का फंदा बन चुकी है.

अक्टूबर के महीने में अधिकतर किसान रबी फसलों की तैयारी में लग गए हैं. ऐसे में उन्होंने खेतों की जुताई करनी शुरू कर दी है. आधुनिक तकनीकों की मदद से किसान ट्रैक्टर का इस्तेमाल खेतों की जुताई के लिए करते है. ऐसे में पेट्रोल, डीज़ल की बढ़ती कीमत ने उन्हें मजबूर कर रखा है.

वहीं, चंदौली, धान के कटोरे के नाम से पूरे भारत में प्रसिद्ध है. दरअसल यहां कि ज्यादातर आबादी मुख्य रूप से कृषि पर ही निर्भर है. लेकिन डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से किसानों के भी जेबें ढीली होने लगी हैं. ज्यादातर किसान अक्टूबर के महीने में रबी के फसलों की तैयारी के लिए जुताई करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में बढ़ी हुई डीजल की कीमतों की वजह से किसानों का खर्चा भी बढ़ गया है. भारतीय तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी कर रही हैं. 

कई राज्यों में दोनों की कीमतें सैंकड़ा पार कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में पेट्रोल प्रति लीटर शतक का आंकड़ा पार कर गया है. वहीं डीजल के दाम भी सैंकड़ा पार करने के करीब है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक चंदौली में पेट्रोल की कीमत 100.49 प्रति लीटर पहुंच गई है. वहीं डीजल 92.50 प्रति लीटर हो गया है. किसानों का खर्चा कम होने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है.

दरअसल यहां की ज्यादातर आबादी मुख्य रूप से कृषि पर ही निर्भर है. कृषि क्षेत्र में बढ़ती आधुनिकीकरण की वजह से इनका काम आसान तो हुआ है, लेकिन अब वही तकनीक अब किसानों के लिए चुनौती बनकर सामने खड़ा हो गया है. ऐसे में किसानों के सामने कोई समाधान दिखता नजर नहीं आ रहा है.   

ट्रैक्टर का इस्तेमाल करना हुआ महंगा

किसानों के मुताबिक ट्रैक्टर से जुताई काफी महंगी हो गई है. पहले जुताई के लिए हम 500 बीघा ट्रैक्टर मालिकों को देते थे, अब ये बढ़कर 900 से लेकर 1000 बीघा तक देना पड़ रहा है. पंपिंग सेट का किराया भी काफी महंगा हो गया है. वे आगे बताते हैं  डीजल महंगा हो जाने से किसान की आय तकरीबन 30% कम हो गई है.

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चंदौली के ही  दीनदयाल नगर के एक स्थानीय पेट्रोल पंप पर ईधन लेने आए लोगों इस मसले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार से जल्द से जल्द पेट्रोल-डीजल के बढ़ते रेट के खिलाफ कदम उठाने की अपील की है. दीनदयाल नगर के ही आलोक अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहते हैं हालात ऐसे हो गए हैं कि अब मोटरसाइकिल घर पर रखने की नौबत आ गई है. इस सरकार में डीजल पेट्रोल के दामों में जितना बढ़ोत्तरी हुई है उतनी तो अन्य सरकारों के कार्यकाल में भी नहीं हुई थी.

English Summary: The Use of Tractor Became Expensive For The Farmers Published on: 09 October 2021, 11:31 AM IST

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