एक ओर जहां सरकार किसानों को उन्नत बनाने की दिशा में हर संभव कोशिश कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो सरकार के इन प्रयासों पर रोड़ा अटका रहे हैं, लेकिन अब सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कमर कस चुकी है. इसी के तहत 40 ऐसे खाद दुकानदारों को नोटिस जारी किया जा चुका है, जो सरकार के नियमों का पालन न करते हुए खाद की बिक्री कर रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, 2020 के नवंबर और दिसंबर में 40 ऐसे यूरिया दुकानदारों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिन्होंने यूरिया की खरीद बिक्री के दौरान बड़ी धांधली को अंजाम दिया है. सरकार द्वारा उठाए इस कदम के बाद से यूरिया दुकानदारों के बीच खलबली मच गई है.
बताया जा रहा है कि जितने भी दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है. उनके लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं. सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि किसानों को उनकी जोत एवं फसल के आधार यूरिया की बिक्री की जाएगी, लेकिन दुकानदार किसानों को उनकी जोत से अधिक यूरिया बेच देते हैं. जब विगत वर्ष 2020 के नवंबर व दिसंबर माह में 20 बॉयर्स की जांच जिला कृषि अधिकारी व जिला गन्ना अधिकारी ने की, तब दुकानदारों की लापरवाही के बारे में पता चला. इतना ही नहीं, जांच में यह भी सामने आया है कि दुकानदार किसानों के आधार कार्ड पर भी उनकी फसलों को जाने बिना ही यूरिया की बिक्री कर देते हैं.
इसके साथ ही उन किसानों के बारे में भी पता चला है, जो महज एक ही आधार कार्ड पर अपने परिवार से लेकर अपने बुवाई के लिए भी अत्याधिक मात्रा में यूरिया की खरीद कर रहे हैं. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, श्यामजी खाद भंडार, महालक्ष्मी खाद भंडार, अग्रवाल खाद भंडार, सुथना बरसोला स्थित किसान खाद भंडार, पिपरिया धनी स्थित दशमेश फर्टिलाइजर, उचौलिया स्थित गिल फर्टिलाइजर समेत 40 दुकानदारों को नोटिस जारी किया जा चुका है.
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