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Good News! MSP पर Moong खरीदेगी केंद्र सरकार, किसानों को यूं मिलेगा फायदा

मूंग की खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. दरअसल, अब मूंग बीन्स को केंद्र सरकार एमएसपी पर खरीदने की तैयारी कर रही है. भारत घरेलू खपत के लिए हर साल पर्याप्त मात्रा में 'मूंग' का आयात करता है. जानकारों का कहना है कि अगर राज्य के किसानों को इस तरह से प्रोत्साहित किया जाता है तो पंजाब में मूंग का उत्पादन कई गुना बढ़ाया जा सकता है.

रुक्मणी चौरसिया
Moong Beans
Moong Beans

किसानों को अपनी मेहनत का पूरा पैसा मिले इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं जिसमें से एक है एमएसपी (MSP). दरअसलकेंद्र ने पंजाब में मूंग की फसल (Moong Crop) की खरीद के लिए मूल्य समर्थन योजना लागू करने पर सहमति जताई है. आपको बता दें कि इसकी जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह ही दी है.

एमएसपी पर होगी मूंग की खरीद (Moong MSP in Punjab)

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि "भारत सरकार ने राज्य सरकार को एक पत्र के माध्यम से अवगत कराया हैजिसमें पंजाब में रबी सीजन 2021-22 (Rabi Season) के लिए पीएसएस दिशानिर्देशों के अनुसार 4,585 मीट्रिक टन ग्रीष्मकालीन 'मूंगकी खरीद के लिए मूल्य समर्थन योजना (PSS) को लागू करने की मंजूरी दी गई है".

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब सरकार ने धान की खेती (Rice Cultivation) से पहले उगाए गए Moong के लिए किसानों को MSP देने का फैसला किया है और केंद्र से समर्थन मांगा है.

पत्र में आगे कहा गया है कि खरीद की तारीख राज्य सरकार तय करेगी और प्रक्रिया 90 दिनों तक चलेगी. इसके अलावाप्रवक्ता के अनुसार केंद्रीय नोडल एजेंसी (Nodal Agency) खरीद शुरू होने से पहले पीएसएस दिशानिर्देशों के अनुसार वैज्ञानिक भंडारण स्थान की उपलब्धता की पुष्टि करे.

15 प्रतिशत का मिलेगा रिवॉल्विंग फंड (Payment Released within 3 Days)

राज्य सरकार स्वीकृत मात्रा की खरीद लागत के कम से कम 15 प्रतिशत के बराबर एक परिक्रामी निधि (revolving fund) प्रदान करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि भुगतान खरीद के तीन दिनों के भीतर सीधे किसानों के बैंक खातों में किया जाता है.

ग्रीष्म मूंग 65 दिनों की फसल है जिसकी अनुमानित उपज लगभग पांच क्विंटल प्रति एकड़ है. बिना पॉलिश किए मूंग पर एमएसपी (Minimum Support Price) 7,275 रुपये प्रति क्विंटल है लेकिन आमतौर पर फसल का बाजार मूल्य अधिक होता है.

मूंग बन सकती है किसानों की पहली पसंद (Famous Moong Crop) 

भारत घरेलू खपत के लिए हर साल पर्याप्त मात्रा में 'मूंगका आयात करता है. जानकारों का कहना है कि अगर राज्य के किसानों को इस तरह से प्रोत्साहित किया जाता है तो पंजाब में मूंग का उत्पादन कई गुना बढ़ाया जा सकता है.

पंजाब सरकार ने दलहन उत्पादन (Pulse Production) में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र से 'मूंग' (Moong) की पूरी फसल खरीदने का भी अनुरोध किया था. इस सालपंजाब में मूंग की खेती ने 1.25 लाख एकड़ में फसल की बुवाई के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया हैजो पिछले सीजन से लगभग 70,000 एकड़ की वृद्धि है. 

आंकड़ों की बात (Moong Records)

राज्य के कृषि विभाग द्वारा सभी जिलों से प्राप्त अंतिम फील्ड रिपोर्ट के आधार पर संकलित आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 में 55,000 एकड़ की तुलना में लगभग 1.25 लाख एकड़ क्षेत्र में फसल की खेती की गई थी.

2019-20 में फसल के तहत 56,750 एकड़ क्षेत्र को कवर किया गया थाजो कि 2018-19 में 40,750 एकड़ से अधिक था. आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि बठिंडा जिले ने 31,072 एकड़ में मूंग की बुवाई में राज्य का नेतृत्व कियाइसके बाद मनसा 25,000 एकड़मोगा 12,675 एकड़श्री मुक्तसर साहिब 11,975 एकड़ और लुधियाना 10,750 एकड़ में है. 

English Summary: Central government will buy moong at MSP, farmers will get benefit like this Published on: 23 May 2022, 11:45 AM IST

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