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इस योजना का लाभ उठाकर शुरू करें नोटबुक बनाने का कार्य, होगा भारी मुनाफा

लॉकडाउन में लाखों लोगों का रोजगार समाप्त हो चुका है. नौकरियों का तो मानों आकाल ही पड़ा हुआ है, सरकारी नौकरियां तो पहले भी किसी सपने के सच होने जैसी थी, आलम ये है कि अब किसी तरह प्राइवेट नौकरी मिल जाए वही बहुत है. लेकिन ऐसा नहीं है कि हर कोई नौकरियों के अभाव में मारा-मारा फिर रहा है. कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो समय की चाल को समझते हुए बुद्धि का प्रयोग कर अच्छा पैसा कमा रहे हैं.

सिप्पू कुमार

लॉकडाउन में लाखों लोगों का रोजगार समाप्त हो चुका है. नौकरियों का तो मानों आकाल ही पड़ा हुआ है, सरकारी नौकरियां तो पहले भी किसी सपने के सच होने जैसी थी, आलम ये है कि अब किसी तरह प्राइवेट नौकरी मिल जाए वही बहुत है. लेकिन ऐसा नहीं है कि हर कोई नौकरियों के अभाव में मारा-मारा फिर रहा है. कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो समय की चाल को समझते हुए बुद्धि का प्रयोग कर अच्छा पैसा कमा रहे हैं.

वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो काम शुरू तो करना चाहते हैं, लेकिन पैसों और संसाधनों के अभाव में शुरू नहीं कर पा रहे. अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं, तो ये लेख आपके लिए है. इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगें कि कैसे कम लागत में आप भी कोई बड़ा व्यापार कर सकते हैं.

कॉपी (नोटबुक) बनाने का काम

लॉकडाउन के बाद कोई काम बिलकुल अलग तरह से शुरू करना चाहते हैं, तो नोटबुक बनाने का काम सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके कई कारण है, पहला तो यही कि भारत में 61 प्रतिशत से भी अधिक की आबादी युवाओं की है. दूसरी देश में विद्यार्थियों की संख्या 37 मिलियन से भी अधिक है और तीसरी ये कि हम विश्व के उन चुनिंदा देशों में से एक हैं, जहां कागज की इतनी खपत है. साल में कभी भी यहां नोटबुक की मांग कम नहीं होती.

नोटबुक इंडस्ट्री में कमाई की संभावना

अनेक सफलताओं के बाद भी भारत में नोटबुक इंडस्ट्री अभी नए संभावनाओं से लबालब भरी हुई है. देश की बड़ी आबादी को आज नोटबूक चाहिए, लेकिन ऊंचे ब्रांड की नोटबूक नहीं खरीद सकते. यही कारण है कि मार्केट विशेषज्ञों को मानना है कि अच्छी क्वालिटी के साथ किफायती दामों पर नोटबुक का व्यापार किसी को भी मालामाल कर सकता है.

लागत और कच्चा माल

इस काम को आप बहुत कम पैसों में शुरू कर सकते हैं. रॉ मटेरियल के रूप में कोटेड अथवा अनकोटेड पेपर और गत्ते की आवश्यकता होती है. आपको कुछ छोटी मशीनों की भी जरूरत पड़ेगी, जैसे- एज स्क्वायर मशीन, पिन अप मशीन, एवं कटिंग मशीन आदि. इस व्यव्साय को औसत 6 से 10 लाख रूपए में आराम से शुरू किया जा सकता है.

मार्केट

इस व्यापार के लिए मार्केट का मिलना बहुत अधिक मुश्किल नहीं है. बहुत आराम से आपको मार्केट अपने नजदीकी स्कूल,कॉलेज या शिक्षा संस्थानों के आस-पास ही मिल जाएगा. आप चाहें तो किसी स्कूल के पास कोई छोटी सी दुकान भी खोल सकते हैं.

लोन एवं सहायता

इस काम को शुरू करने के लिए सरकार बैंक द्वारा मुद्रा योजना से सहायाता प्रदान कर रही है, जिसके अंतर्गत आप 10 लाख रूपए तक की सहायता सरकार से ले सकते हैं. इस योजना के बारे में अधिक जानने के लिए इस लिंक पर जाएं.

English Summary: huge profit in paper making business know more about paper industry and mudra yojana Published on: 05 November 2020, 06:45 PM IST

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