भारत एक कृषि प्रधान देश है. भारत में बड़ी संख्या में खेती की जाती हैं. खेती करने के बदलते तरीकों में किसानों की हर मामले में भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है . सरकार तकनीक के सहारे उन्नत खेती को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के लिए सभी प्रयास कर रही है. डिजिटल इंडिया के तहत खेतीबाड़ी एवं उनसे जूड़ी तमाम योजनाओं, परियोजनाओं एवं सूचनाओं को किसानों तक पहुंचाना भी सरकार की उसी प्राथमिकता का हिस्सा है.
डिजिटल इंडिया के इस दौर में किसानों के लिए भी कई ऐप्स हैं जो खेती करने में बहुत मददगार साबित हो सकते हैं. तो आइये हम बताते हैं उन सभी ऐप के बारे में जो आपकी खेती को बनाएं और आसान ये जानने के लिए पढ़िए इस पुरे लेख में.
किसान सुविधा –(Kisan Suvidha)
किसान सुविधा ऐप 2016 में पीएम मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था. इस ऐप मौसम की जानकारी दी जाती है . यह ऐप उपयोग करने के बहुत सरल है. इस ऐप में आज के मौसम के साथ आनेवाले 5 दिनों के मौसम के बारे में जानकारी दी जाती है. साथ ही आसपास के बाजार में फसलों की कीमतों के बारे में सूचना मिलती है. यह ऐप कई भाषाओं में मौजूद है.
इफको किसान कृषि– (IFFCO Kisan Agriculture)
इफको का किसान ऐप 2015 में लॉन्च किया गया था. इस ऐप में किसान को खेती को लेकर कुछ टिप्स, मौसम, बाजार की कीमतों जैसाी कई जरूरी जानकारियां मिलती हैं. इसके साथ ही इस ऐप के हेल्पलाइन नंबर के जरिए किसान सेवा सेंटर को कॉल भी किया जा सकता है.
आरएमएल किसान कृषि मित्र– (RML Farmer Krishi Mitr)
इस ऐप के जरिए किसान आसपास के बाजार में उत्पादों के दाम के अलावा खाद- बीज की कीमतों के बारे में भी जान सकते हैं। साथ ही यह ऐप किसानों से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी देता है। इस ऐप में किसान देश के 17 राज्यों के 50,000 गांवों की 3500 लोकेशन के मौसम के बारे में पता कर सकते हैं। साथ ही 1300 मंडियों और 450 प्रकार की फसलों से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
पूसा कृषि– (Pusa Krishi)
इस ऐप को 2016 में कृषि मंत्री ने लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य भारतीय कृषि रिसर्च इंस्टिट्यूट के द्वारा बनाई गई नई तकनीकों के बारे में किसानों को बताना है. इसके अलावा भी इस ऐप में किसानों और खेती से जुड़ी कई काम की जानकारियां होती हैं
दामिनी एप –(Damini app)
एक लाइटनिंग अलर्ट ऐप है और वह एक वेदर ऐप है. इसे IITM-Pune और ESSO द्वारा विकसित और लॉन्च किया गया है. ये ऐप सभी बिजली की गतिविधियों की निगरानी करता हैं, जो विशेष रूप से पूरे भारत में हो रही हैं. दामिनी एप बिजली, वज्रपात और ठनका की सटीक जानकारी 30 मिनट पूर्व ही दे देगा. इसके लिए ऊष्णदेशीय मौसम विज्ञान के वैज्ञानिकों ने देश के विभिन्न हिस्सों में करीब 48 सेंसर के साथ एक लाइटनिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किया है.
मौसम ऐप –(Weather App)
मौसम ऐप एक ऐप है जो आपके क्षेत्र के लिए मौसम की स्थिति की रिपोर्ट देती है. और भारत के कई मौसम मानचित्रों (weather maps) के माध्यम से विभिन्न प्रकार की मौसम की जानकारी लाती है. मौसम ऐप भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES), भारत सरकार का एक मोबाइल ऐप है.
मेघदूत ऐप –(Meghdoot App)
भू-विज्ञान, विज्ञान और तकनीक मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने मेघदूत एप को लॉन्च किया.मेघदूत एप की मदद से किसान तापमान, वर्षा, नमी और वायु की तीव्रता और दिशा के बारे में जान सकते हैं. किसान मौसम संबंधी यह जानकारी लेकर फसल और मवेशियों की बेहतर तरीके से देखभाल कर सकते हैं.
आत्मनिर्भर कृषि एप -(Self-reliant agriculture app)
केंद्र सरकार ने 29 जून 2021 को किसानों को खेती संबंधी जानकारी और मौसम की पहले से सूचना उपलब्ध कराने हेतु 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' की शुरुआत की है. राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म किसानमित्र पर विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किसानों के लिए प्रासंगिक जानकारी का खजाना अब 'आत्मनिर्भर कृषि एप' के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है. यह एप एंड्रॉइड और विंडोज संस्करणों में किसानों, स्टार्ट-अप, कृषि विज्ञान केंद्रों, स्वयं सहायता समूहों और गैर सरकारी संगठनों के लिए 12 भाषाओं में मुफ्त में उपलब्ध होगी.
किसान रथ एप - (Kisan Rath App)
किसानों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने किसान रथ एप लॉन्चकिया.किसान रथ एप के जरिए किसान और व्यापारी आसानी से फसलों की खरीद और बिक्री कर सकते हैं.
मत्स्य सेतु एप – (MatsyaSetu App)
मछली पालन को लेकर किसानों तक सही जानकारी पहुंच सके इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से हाल में ही मत्स्य सेतु ऐप (MatsyaSetu App) लॉन्च किया गया है. इस ऐप के जरिये मछलियों की अलग-अलग प्रजातियों के बारे में जानने के लिए, ऑनलाइन सेल्फ-लर्निंग मॉड्यूल उपलब्ध कराएं जाएंगे.
इन एप्स को अपने फ़ोन के गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते हैं. ये आपको बहुत लाभदायी साबित होंगे.
ऐसी ही खेती से सम्बंधित सभी जानकारी के लिए आप जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से .
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