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संरक्षित खेती पर एक हजार करोड़ का अनुदान, 60 हजार किसान होंगे लाभान्वित

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की जनता के लिए संरक्षित खेती (Protected Cultivation) करने पर किसानों को 1 हजार करोड़ तक का अनुदान मिलेगा. इसके लिए सरकार ने भी मंजूरी दे दी है.

लोकेश निरवाल
किसानों को एक हजार करोड़ का अनुदान
किसानों को एक हजार करोड़ का अनुदान

राजस्थान सरकार ने प्रदेश में किसान भाइयों को खेती-किसानी की प्रति प्रोत्साहित करने के लिए संरक्षित खेती (Protected Cultivation) में आर्थिक रूप से मदद कर रही है. इस खेती के लिए प्रदेश सरकार ने एक अहम कदम उठाया है. दरअसल, सरकार ने हजारों किसानों को संरक्षित खेती करने के लिए अनुदान की राशि देने का फैसला लिया है. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने अनुदान के प्रस्ताव को स्वीकृति भी दे दी है.

1 हजार करोड़ रूपए तक का अनुदान

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए 2 साल में 60 हजार किसानों को 1 हजार करोड़ रूपए का अनुदान दिया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, यह राशि ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस, लो टनल, प्लास्टिक मल्चिंग के कार्यों को करने के लिए दी जाएगी.

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की इस स्वीकृति से प्रदेश के कई किसान भाइयों को संबल मिलेगा. यह भी कहा जा रहा है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 30 हजार किसानों को 501 करोड़ रूपए तक का अनुदान दिया जाएगा. इतना ही नहीं इस राशि में कृषक कल्याण कोष से 444.43 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे. साथ ही प्रदेश में राष्ट्रीय बागवानी मिशन/राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से 56 करोड़ (राज्यांश 22.75 करोड़) रूपए तक खर्च किए जाएंगे.  

यह भी बताया जा रहा है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी 30 हजार किसानों को 500 करोड़ रूपए तक का अनुदान दिया जाएगा. इसमें अधिसूचित जनजाति क्षेत्र के किसानों और समस्त लघु/सीमांत किसानों को 25 प्रतिशत से अधिक सब्सिडी की सुविधा प्राप्त होगी.

क्या है संरक्षित खेती और क्यों सरकार इस खेती को दे रही बढ़ावा

देखा जाए तो संरक्षित खेती एक दम नई तकनीक की खेती है. यह किसानों की आय बढ़ाना का सबसे अच्छा विकल्प है. क्योंकि इसकी खेती में किसान पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस आदि में पौधों के अनुकूल वातावरण तैयार कर खेती करते हैं.

इस खेती की सबसे अच्छी खासियत यह है कि मौसम की मार का असर फसल पर बहुत ही कम होता है. जैसे कि पाला, कोहरा, ओला, बारिश, ठंडी और गर्मी से पौधे सुरक्षित रहते हैं. संरक्षित खेती में किसानों को अपनी फसल में खरपतवारों की रोकथाम के लिए धान की पुआल से मल्चिंग करने में आसानी होती है. ऐसा करने से पौधों का बचाव होता है. इतने सारे गुण मौजूद होने के नाते ही सरकार किसानों को संरक्षित खेती करने की तरफ आग्रह कर रही है.

ये भी पढ़ें: भारत में संरक्षित खेती के लाभ और अवरोध

बता दें कि किसान भाई इसे कई प्रकार से कर सकते हैं. जैसे कि-

  • पॉलीहाउस में खेती

  • कीट अवरोधी नेट हाउस खेती

  • छायादार नेट हाउस खेती

  • प्लास्टिक लो टनल खेती

  • प्लास्टिक हाई टनल खेती

  • प्लास्टिक मल्चिंग खेती

संरक्षित खेती के लाभ (Benefits of protected cultivation)

फसलों में रोग व कीटों का प्रभाव कम

जंगली जानवर से फसलों की रक्षा

फसल के अनुसार वातावरण

सिंचाई के दौरान पानी की अत्यधिक मात्रा में पानी की बचत

अच्छी और उच्च गुणवत्ता वाली फसल

फूलों व सब्जियों की सही तरीके से नर्सरी

English Summary: One thousand crore grant for protected cultivation, 60 thousand farmers will be benefited Published on: 12 April 2023, 01:46 PM IST

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