Agriculture News: कृषि क्षेत्र की बड़ी खबरें, जिन पर टिकी हैं सबकी निगाहें
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि लॉकडाउन के बाद भी कुछ किसानों से गेहूं की खरीद की जाएगी. इस बार सरकार द्वारा पिछले साल की तुलना में 6 लाख मिट्रिक टन ज्यादा गेंहू की खरीद की गई है. चौटाला ने कहा कि सिरसा, जींद, फतेहाबाद और हिसार में अभी भी काफी किसानों के पास बिक्री के लिए गेंहू है. ऐसे में किसानों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. इनसे गेहूं खरीद अभी की जाएगी.
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि लॉकडाउन के बाद भी कुछ किसानों से गेहूं की खरीद की जाएगी. इस बार सरकार द्वारा पिछले साल की तुलना में 6 लाख मिट्रिक टन ज्यादा गेंहू की खरीद की गई है. चौटाला ने कहा कि सिरसा, जींद, फतेहाबाद और हिसार में अभी भी काफी किसानों के पास बिक्री के लिए गेंहू है. ऐसे में किसानों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. इनसे गेहूं खरीद अभी की जाएगी.
जानें, कैसे खेती करके दोगुना कमा सकते हैं आप?
हरियाणा के सोनीपत जिले के किसान कंवल सिंह चौहान ने विदेशों तक भारतीय खेती की धमक दिखाई है साथ ही खेती से लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने, स्वरोजगार के साथ जोडऩे और कृषि क्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल करने के लिए उन्हें पद्मश्री अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है इस संबंध में Krishi Jagran के Live Event ‘Farmer the Brand Monthly Mahotsav’ में उन्होंने आगे क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.
किसानों को हर साल मिलेंगे 36000 रुपये
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना को पीएम किसान पेंशन योजना के नाम से भी जाना जाता है. केंद्र सरकार ने देश के छोटे और सीमांत किसानों की मदद के लिए 31 मई 2019 को इस योजना की शुरुआत की थी. यह एक पेंशन योजना है जिसके तहत 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने 3000 रुपये यानी 36000 रुपये सालाना पेंशन के रूप में दिए जाएंगे.
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि अगर बीजेपी चुनाव जीतती है, तो वह किसानों की समस्याओं को कम करने के लिए उनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान…
इसरोनेगरुड़ाड्रोनकाकियापरीक्षण
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने बुधवार को रॉकेट लॉन्च टाउन श्री हरिकोटा में स्थित अपने स्टाफ क्वार्टर में दवाओं, सब्जियों और कीटाणुओं के छिड़काव की ड्रोन आधारित डिलीवरी का परीक्षण किया है।
आम के बाग से हर साल कमाते हैं
लाखों रुपये गुजरात के गोसाई भाई पटेल ने दो एकड़ जमीन पर आम के पेड़ लगाए हैं. इनकी आमदनी का यही सबसे मजबूत जरिया है. एसएससी पास जयंतीभाई को अपनी खेती पर पढ़ाई से ज्यादा भरोसा है. जयंतीभाई ने पढ़ाई के बाद अपनी पूरी मेहनत आम की बागवानी में झोंक दी और इसे ही स्वरोजगार का साधन बना लिया है. इसके अलावा वह चीकू और सब्जियों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं
रेन गार्डिंग पर ऑनलाइन प्रशिक्षण
रेन गार्डिंग और रबर की खेती पर Rubber Board द्वारा तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा,जो कि 19 से 21 May तक सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक आयोजित होगा.
किसानों को मुफ्त में मिलेगी बीज किट
अरहर, उड़द और मूंग समेत दूसरे दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय इस बार खरीफ के सीजन में किसानों को 82 से ज्यादा की 20 लाख बीज की किट मुफ्त देगा, तो वहीं कृषि मंत्रालय ने खरीफ सीजन 2021 में दलहन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए विशेष खरीफ रणनीति तैयार की है.
10 से 14 May तक Virtual होगी Conference
Animal Nutrition Conference Canada के Animal Nutrition Association द्वारा 10 से 14 May तक Virtual रुप में आयोजित की जाएगी जिसका थीम “Feeding the Future: Precision Nutrition for Tomorrow’s Animal” होगा
इन राज्यों में बरसेंगे बादल
भीषण गर्मी का सामना कर रहे देश में बारिश ने हालात सुधारने की कोशिश की है. स्कायमेट वेदर ने अनुमान लगाया है कि आने वाले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
60 सेकेंड में खत्म होगा Coronavirus!
उत्तर प्रदेश निवासी अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक हर्बल माउथ सैनिटाइजर तैयार किया है. जिससे 60 सेकेंड तक गरारा करने पर कोरोना वायरस मुंह में ही नष्ट हो जाएगा. यह पूरी तरह से प्राकृतिक है. इसमें किसी प्रकार का कोई कैमिकल नहीं मिलाया गया है.
ये है दुनिया का सबसे वजनदार आम
कोलोम्बिया के दो किसानों ने दुनिया का सबसे ज्यादा वजन वाला आम उगाया है जिसका वजन करीब 4.25 किलोग्राम है. आपको बता दें इस वजह से उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है.
केसर की खेती से चमकी किसान की किस्मत
परंपरागत खेती से घट रही कमाई से जूझ रहे भदरौली के किसान अनार सिंह ने इस बार गेहूं की फसल छोड़कर केसर की खेती की। इससे उन्होंने अपनी तकदीर और खेत दोनों की तस्वीर बदल दी। सिर्फ एक बीघा खेत में 12 किलोग्राम केसर की पैदावार कर उन्होंने करीब तीन लाख रुपये कमाए। जबकि लागत करीब 25 हजार रुपये थी.
500 से अधिक है इस फल की किस्में
किसानों के लिए कमाई का अच्छा जरिया बना है पैशन फ्रूट. जिसे भारत में कृष्णा फल के नाम से जाना जाता है. जिसकी 500 से अधिक किस्में हैं. पैशन फ्रूट पोषक तत्व, खनिज और विटामिन से भरपूर होता है. इसमें पौटैशियम, तांबा, फाइबर सहित कई अन्य विटामिनों की मात्रा होती है. पाचन शक्ति बढ़ाने के साथ इम्युनिटी बढ़ाने, सूजन कम करने और एजिंग को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है.
53,000 पशुपालकों को मिले 700 करोड़ रुपये
किसानों की इनकम डबल करने के लिए हरियाणा सरकार ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है. जिसके तहत अब तक 53,000 पशुपालकों को कार्ड दे दिए गए हैं और 700 करोड़ रुपये का लोन भी दिया गया है. जिससे वह बेहतर तरीके से पशुपालन कर सकते हैं.
मुफ्त मिलता है 7.5 HP का सोलर वाटर पंप
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों की मदद के लिए किसान उदय योजना शुरू की है. इसका मकसद किसानों की आय दुगनी करना और खेतों में कम लागत में अधिक पैदावार करना है. योजना के मुताबिक, साल 2022 तक प्रदेश के 10 लाख किसानों को मुफ्त में पंप सेट दिए जाएंगे.
रिटायर्ड कर्नल बने ‘गाजर मैन’
बुलंदशहर के रिटायर्ड कर्नल सुभाष चंद्र देसवाल ने 18 साल पहले पारंपरिक की जगह इंग्लिश गाजर किस्म की खेती करनी शुरू की. जो जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक काफी लोकप्रिय हो गई है और अब वह लोगों को इस खेती से संबंधित रोजगार भी दे रहे हैं जिससे लोग अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं.
बेटियों ने बनाया बायोडिग्रेडेबल योगा मैट
असम की 6 बेटियों ने एक बायोडिग्रेडेबल योगा मैट बनाया है. गांव की बेटियों के इस इनोवेशन से दीपोर बील के पर्यावरण संरक्षण और स्थितरता में महत्वपूर्ण योगदान मिल सकता है. इस झील पर निर्भर परिवारों के लिए आजीविका भी सुनिश्चित हो सकती है. इस बायोडिग्रेडेबल मैट का नाम मूरहेन योगा मैट रखा गया है, जिसे जल्द ही विश्व बाजार में पेश किया जाएगा.
सिर्फ जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुलने के निर्देश दिए गए हैंकृषि से संबंधित बीज, उपकरण आदि को भी आवश्यक वस्तुओं में शामिल किया गया है। तो वहीं उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के कृषि अधिकारी डॉ. गगनदीप सिंह के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान भी कृषि से संबंधित उर्वरक, बीज और रसायन किसानों तक समय से पहुंचाया जाएगा.
तेलंगाना सरकार द्वारा ग्लाइफोसेट पर पूर्ण प्रतिबंध
तेलंगाना सरकार ने विवादास्पद जड़ीबूटी, ग्लाइफोसेट पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की है, जिसका उपयोग किसानों द्वारा HTBt कपास की फसल में खरपतवार को मारने के लिए किया जाता है। प्रतिबंध का कारण यह है कि किसानों द्वारा इस जड़ी बूटी के अधिक उपयोग से मिट्टी और मानव स्वास्थ्य को बेहद नुकसान हो रहा है।
English Summary: Know the agriculture newsPublished on: 10 May 2021, 06:42 PM IST
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