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सावधान! बाज़ार में धड़ल्ले से बेची जा रही नकली अदरक, खरीदते समय रखें ये सावधानियां

अदरक का चाय पीना तो आप सभी को पसंद है. लेकिन अब अदरक वाली चाय का मजा आपका किरकिरा हो सकता है. दरअसल, इनदिनों बाजार में नकली अदरक धड़ल्ले से बिक रही है. बता दें कि अदरक आयुर्वेदिक रूप काफी महत्वपूर्ण कंद है. अपने औषधीय गुणों के कारण अदरक की खूब डिमांड रहती है. मसाले के रूप में इसका उपयोग किया जाता है. इस बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में नकली अदरक(Fake Ginger) खूब बिक रही है.

श्याम दांगी
Agriculture News
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अदरक का चाय पीना तो आप सभी को पसंद है. लेकिन अब अदरक वाली चाय का मजा आपका किरकिरा हो सकता है. दरअसल, इनदिनों बाजार में नकली अदरक धड़ल्ले से बिक रही है. बता दें कि अदरक आयुर्वेदिक रूप काफी महत्वपूर्ण कंद है. अपने औषधीय गुणों के कारण अदरक की खूब डिमांड रहती है. मसाले के रूप में इसका उपयोग किया जाता है. इस बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में नकली अदरक(Fake Ginger) खूब बिक रही है.

गौरतलब हैं कि भारत में अदरक का सर्वाधिक उत्पादन होता है. दुनियाभर में हर साल लगभग 2700 हजार टन अदरक उत्पादन होता है. जिसमें अकेले भारत में ही 900 हजार टन अदरक का उत्पादन होता है जो कुल उत्पादन का 30 फीसदी है. कोरोना महामारी के बाद अदरक की खपत काफी बढ़ गई है. जिसके चलते नकली अदरक भी धड़ल्ले से बेची जा रही है. ऐसे में सही अदरक की पहचान करना जरुरी है. 

देशी अदरक खरीदें

मेरठ के मशहूर अदरक व्यापारी मंजूर आलम का कहना है कि आज अदरक की कई क्वालिटी और किस्में बाज़ार में मिलती है. यहां कि मेरठ मंडी में अधिकतर अदरक उड़ीसा, गुजरात, बेंगलुरु और कर्नाटक से आती है. उनका कहना हैं कि सबसे अच्छी और देशी किस्म की अदरक कर्नाटक से आती है. वहीं बेंगलुरु में विदेशी किस्म की अदरक उगाई जाती है. जो कि अदरक की संकर किस्म होती है. वे आगे बताते हैं कि देशी अदरक बेहतर होती है. जिसके कंद में रेशे तथा जाली पड़ जाती है. जो सेहतमंद और स्वादिष्ट होता है. ऐसे में अदरक की खरीदी करते समय रेशे और जाली का ध्यान रखना चाहिए. अदरक को तोड़कर देखने से इसका पता चल जाएगा. 

पहाड़ी तहड़ बेची जा रही है

यहां की स्थानीय मंडी में पहाड़ी तहड़ बेची जा रही है. जो चमोली और पौड़ी गढ़वाल हिस्से में पाए जाने वाले एक पेड़ प्राप्त होती है. तहड़ का कंद अदरक की तरह होता है. इसके पेड़ की ऊंचाई करीब 5 फिट होती है. यहां के स्थानीय लोग इसका प्रयोग आयुर्वेदिक औषधीय के रूप में करते हैं लेकिन अब इसी को मंडियों में अदरक में मिलाकर बेचा जा रहा है. बता दें कि तहड़ सूखने के बाद बिल्कुल अदरक जैसी हो जाती है. अदरक और तहड़ दिखने में हूबहू एक जैसी होती है. 

 

कैसे करें असली अदरक की पहचान

मंजूर अली का कहना हैं कि अदरक और तहड़ की पहचान खुशबू से की जा सकती है.  वहीं अदरक को तोड़कर देखने पर इसमें जाली दिखाई देती है. जो देशी अदरक की पहचान होती है. उन्होंने कहा कि विदेशी किस्मों की अदरक को आप घर में ज्यादा दिन नहीं रख सकते हैं लेकिन देशी अदरक कई दिनों तक ख़राब नहीं होती है. 

English Summary: fake ginger being sold indiscriminately in the market Published on: 23 June 2021, 05:16 PM IST

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