आजकल बुजुर्गों और युवाओं के अलावा बच्चों को बीमारी हो जाना आमबात है. हालांकि, कई बार ऐसी भी बीमारीयां हो जाती हैं, जिन पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो वह जानलेवा साबित हो जाती हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि आमतौर पर खून का थक्का (Blood Clotting) जमना नुकसानदेह नहीं होता है, लेकिन अगर खून का थक्का हृदय, फेफड़ों या मस्तिष्क में होने लगे, तो यह जानलेवा हो सकता है. इसकी वजह से दिल का दौरा भी पड़ सकता है. आइए आपको सबसे पहले बताते हैं कि आखिर खून का थक्का या ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) क्या है?
क्या है ब्लड क्लॉटिंग? (What is Blood Clotting?)
शरीर में खून के एक जगह जमकर इकट्ठा हो जाने को ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) कहा जाता है. अगर शरीर की रक्तवाहिका नलियों में खून का कोई थक्का जम जाए, तो इससे नस फटने, स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है. इस समस्या से बचने के लिए खानपान में कुछ खास चीजों का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए, जो हम अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं.
ब्लड क्लॉटिंग का कारण (Cause of Blood Clotting)
अक्सर चोट लगने से उस जगह के खून में थक्के (Blood Clotting) जम जाते हैं या फिर रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग बंद हो जाती है और जब यह चोट ठीक हो जाती है, तो ब्लड क्लॉट टूट जाते हैं. वैसे तो यह आम बात है, लेकिन जब बिना कारण के खून के थक्के (Blood Clotting) बनने लगे, तो यह खतरनाक हो सकता है.
अदरक (Ginger)
अधिकतर लोगों के दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है. अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं, तो उसमें अदरक जरूर डालें. इससे चाय का जायका भी बेहतर हो जाता है, साथ ही ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) का खतरा भी कम हो जाता है. इसके अलावा, अदरक में खांसी, सूजन और दर्द को दूर करने वाले औषधीय गुण भी होते हैं.
हल्दी (Turmeric)
इसका सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें करक्यूमिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो कि थक्का-रोधी के रूप में कार्य करता है. इसके सेवन से ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) के लिए जिम्मेदार तत्वों को निष्क्रिय करने में मदद मिलती है.
लहसुन (Garlic)
इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं. इसे खून को पतला करने के अलावा एंटी-थ्रॉम्बेटिक गुणों के लिए पहचाना जाता है. इसके अलावा सूजन से बचाव के लिए भी मददगार है.
दालचीनी (Cinnamon)
इसका सेवन नियमित रूप से करने पर कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है, क्योंकि इसमें खून का थक्का जमने से रोकने की क्षमता है. इसके साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की क्षमता भी होती है. ऐसे में इसका सेवन ब्रेन स्ट्रोक (Blood Clotting) की आशंका को कम कर देता है.
लाल मिर्च (Red Chilli)
इसमें सैलिसिलेट्स नामक एक तत्व होता है, जो कि खून को पतला करने में मदद करता है, इसलिए आप इसके सेवन से ब्रेन स्ट्रोक (Blood Clotting) का खतरा कम कर सकते हैं.
(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. अगर आपको ऐसी कोई भी समस्या है, तो एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.)
(सेहत और खेती से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए कृषि जागरण की हिंदी वेबसाइट पर अवश्य विजिट करें.)
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