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PM Kusum Yojana: अब अन्नदाता बनेगा ऊर्जादाता, पढ़िए कैसे?

कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना (PM Kusum Yojana) को लागू करना एक महत्वपूर्ण कदम है. इस योजना का मकसद किसानों के जीवन में खुशहाली लाना है.

कंचन मौर्य
कंचन मौर्य
PM Kusum Yojana
PM Kusum Yojana

कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना (PM Kusum Yojana) को लागू करना एक महत्वपूर्ण कदम है. इस योजना का मकसद किसानों के जीवन में खुशहाली लाना है.

इस योजना के तहत अब अन्नदाता भी ऊर्जादाता बन सकेगा, क्योंकि पीएम किसान योजना (PM Kusum Yojana) के तहत किसानों को मुफ्त बिजली मिलेगी. इसके साथ ही अतिरिक्त बिजली बनाकर ग्रिड को भेजते हैं, तो उसके बदले उन्हें कमाई भी होगी.

दरअसल, देश में किसानों को सिंचाई में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है और अधिक या कम बारिश की वजह से किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं. केंद्र सरकार की पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) के जरिए सोलर पंप लगाने में आर्थिक मदद मिलती है. इस योजना को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के बाद लाखों किसानों को फायदा मिल पाएगा.

फरवरी 2019 में योजना को मिली थी मंजूरी

केंद्र सरकार द्वारा फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना (Pm Kusum Yojana) शुरू करने की मंजूरी मिली थी. इस योजना के तहत सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने में किसानों की मदद की जाती है, ताकि किसानों की आमदनी में बढ़ाई जा सके. इसके साथ ही पानी की जरूरत पूरी की जाती है. इस योजना के जरिए साल 2022 तक लगभग 25,750 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता का लक्ष्य भी तय किया गया है.

कुसुम योजना की मुख्य बातें

  • इस योजना का फायदा उठाने वाले किसानों को सोलर पंप की खरीद पर कुल लागत का केवल 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होता है.

  • 30 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार सब्सिडी के तौर पर बैंक अकांउट में देगी.

  • 30 प्रतिशत राशि बैंक लोन के रूप में देंगे.

  • योजना के तहत सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने से भूस्वामी को प्रति वर्ष प्रति एकड़ 60 हजार से 1 लाख रुपए तक की आमदनी अगले 25 वर्षों तक होगी.  

पीएम किसान योजना के तीन घटक

  • घटक-ए में विकेंद्रित जमीन पर ग्रिड से जुड़ा नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र का लगाया जाएगा.

  • घटक-बी में एकल आधार पर सौर बिजली चालित कृषि पंप लगाया जाएगा.

  • घटक-सी के तहत कृषि पंपों के लिए ग्रिड कनेक्टेड संयंत्र का प्रावधान शामिल है.

बिजली की बड़ी बचत

सरकार का मानना है कि अगर सिंचाई पंप में सौर ऊर्जा का उपयोग होगा, तो न सिर्फ बिजली की बचत होगी, बल्कि 30, 800 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन भी संभव होगी.

ऐसे कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन

  • किसानों को पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप हासिल करने के लिए सरकारी वेबसाइट https://mnre.gov.in/ पर जाना होगा.

  • यहां आवेदन देने के बाद अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा.

  • इसके लिए उन्हें आधार कार्ड, प्रॉपर्टी के दस्तावेज और बैंक खाते की जानकारी भी देनी होगी

English Summary: Farmers earn profits by creating electricity under PM Kusum Yojana Published on: 13 January 2021, 01:47 IST

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