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Black Wheat Farming: काले गेहूं की खेती से किसान कर सकते हैं मोटी कमाई, बिकता है 8 हजार रुपये क्विंटल, जानें अन्य विशेषताएं

आज हम आपको काले गेहूं की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं. काला गेहूं स्वास्थ्य के साथ किसानों की इनकम के लिए भी बहुत उपयोगी है. तो चलिए इसके खेती के सही तरीके के बारे में पूरी जानकारी देते हैं.

प्रबोध अवस्थी
काले गेहूं की खेती से किसान कर सकते हैं मोटी कमाई
काले गेहूं की खेती से किसान कर सकते हैं मोटी कमाई

Black Wheat Farming: गेहूं की फसल में काले गेहूं की खेती किसानों को सामान्य गेहूं की तुलना में ज्यादा मुनाफ़ा देती है. इसका कारण यह है कि इसकी मांग गेहूं की अन्य फसलों की मांग से कहीं ज्यादा होती है, इसके साथ ही इसकी बाज़ार में कीमत भी सामन्य गेहूं से ज्यादा होती है. काले गेहूं में सामान्य गेहूं की तुलना में 60% अधिक लौह तत्व होता है. गेहूं का काला रंग इसमें मौजूद एंथोसायनिन नामक रंगद्रव्य के कारण होता है. इस किस्म में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं.

काले गेहूं की खेती प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश राज्यों में होती है. इसके साथ ही यह किस्म बाज़ार में 7000 से 8000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बिकती है. चलिए अब इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं-

काले गेहूं की खेती

  • काले गेहूं की खेती रबी सीजन में की जाती है.
  • कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी बुआई 30 नवंबर तक हो जानी चाहिए.
  • देर से बुआई करने पर उपज कम हो जाती है.

बीज की मात्रा एवं बीजोपचार की विधि

  • यदि बुआई पंक्तियों में की जा रही है तो प्रति एकड़ भूमि में 40 से 50 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी.
  • छिड़काव विधि से बुआई के लिए अधिक मात्रा में बीज की आवश्यकता होती है.
  • यदि छिड़काव विधि से बुआई की जाए तो प्रति एकड़ खेत में 50 से 60 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी.
  • यदि बीज पहले से उपचारित नहीं किया गया है तो बुआई से पहले बीज का उपचार करना आवश्यक है.
  • बीज को कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें.
  • आप प्रति किलोग्राम बीज को 3 ग्राम ट्राइकोडर्मा या बाविस्टिन से भी उपचारित कर सकते हैं.

सिंचाई एवं उर्वरक की मात्रा

  • अच्छी फसल के लिए 4 से 5 सिंचाई करनी चाहिए.
  • पहली सिंचाई बुआई के 3 सप्ताह बाद करें.
  • इसके बाद कलियां फूटते समय, बालियां निकलने से पहले, बालियों में दूध आते समय तथा दानों के पकने के समय सिंचाई करनी चाहिए.
  • बुआई के समय प्रति एकड़ खेत में 50 किलोग्राम डीएपी, 45 किलोग्राम यूरिया, 20 किलोग्राम म्यूरेट पोटाश तथा 10 किलोग्राम जिंक सल्फेट डालें.
  • पहली सिंचाई के समय 60 किलो यूरिया डालें.

यह भी देखें: काले चावल की ये किस्में देती हैं 10 क्विंटल प्रति एकड़ की पैदावार, 800 रुपये/किलो है बाज़ार में कीमत

काले गेहूं की कीमत और उपज

  • प्रति एकड़ खेत में काले गेहूं की पैदावार 17 से 18 क्विंटल तक होती है.
  • काले गेहूं की कीमत सामान्य गेहूं से 3-4 गुना ज्यादा है.
  • काले गेहूं की बिक्री 7,000 रुपये से लेकर 8,000 रुपये प्रति क्विंटल तक होती है.
English Summary: farmers will benefit from black wheat farming method of black wheat farming black wheat demand and price Published on: 01 November 2023, 05:18 PM IST

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