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4 अक्टूबर को कृषि जागरण मनाएगा #ftb अभियान के तहत मासिक महोत्सव

आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि खेत की जुताई, बुवाई, सिंचाई, खाद-बीज और कटाई पर आने वाली लागत के अनुपात में किसानों को सही कीमत नहीं मिल पाती है. वजह, कृषि उपज को मंडी ले जाने पर विक्रय के दौरान बिचौलिए हावी रहते हैं. उपज बेचने आने वाले किसानों से बिचौलिए कम दाम में उपज खरीदकर अधिक कमीशन खाकर इनकी उपज बेच देते हैं. जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए, वह इन बिचौलियों का हो जाता है. नतीजतन परेशान होकर बहुत सारे किसान खेती से मुंह मोड़ लेते हैं. और किसी अन्य रोजगार की तलाश में शहर की ओर पलायन कर जाते हैं.

KJ Staff
FTB Monthly Mahotsav
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आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि खेत की जुताई, बुवाई, सिंचाई, खाद-बीज और कटाई पर आने वाली लागत के अनुपात में किसानों को सही कीमत नहीं मिल पाती है. वजह, कृषि उपज को मंडी ले जाने पर विक्रय के दौरान बिचौलिए हावी रहते हैं. उपज बेचने आने वाले किसानों से बिचौलिए कम दाम में उपज खरीदकर अधिक कमीशन खाकर इनकी उपज बेच देते हैं. जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए, वह इन बिचौलियों का हो जाता है. नतीजतन परेशान होकर बहुत सारे किसान खेती से मुंह मोड़ लेते हैं. और किसी अन्य रोजगार की तलाश में शहर की ओर पलायन कर जाते हैं.

किसानों की इन्हीं समस्याओं के मद्देनजर ‘कृषि जागरण’ 24 वर्ष सेवा करने के बाद जून महीने से ‘फार्मर दा ब्रांड’ अभियान देशभर में चलाया हुआ है. जिसमें अलग-अलग राज्यों के प्रगतिशील किसानों को किसानों से रूबरू करवाया जा रहा है. अभीतक ‘कृषि जागरण’ के ‘फार्मर दा ब्रांड’ अभियान से 200 से ज्यादा प्रगतिशील किसान जुड़कर अपने उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में लाखों किसानों के बीच चर्चा कर चुके हैं. ‘कृषि जागरण’ का ऐसा मानना है कि अगर किसान अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने के अलावा खुद की ब्रांडिंग करते हैं तो वो अपनी उपज को उचित कीमत पर बेच सकते हैं.

गौरतलब है कि ‘कृषि जागरण’ के इस मुहिम का किसानों पर व्यापक स्तर पर प्रभाव पड़ा है. मौजूदा वक्त में बहुत सारे ऐसे किसान हैं जिनको अब उनकी उपज की सही कीमत मिल रही है. और उनकी उपज की मांग वैश्विक स्तर पर होने लगी है. उन्हीं किसानों में से 10 चुनिंदा किसान, जिनके पास अपना खुद का ब्रांड है और कृषि जागरण के माध्यम से अपने उत्पादों को अच्छी किमत पर बेच पा रहे हैं, वहीं किसान 4 अक्टूबर, 2020 को कृषि जागरण के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/krishi.jagran पर लाइव होकर देशभर के किसानों को संबोधित करेंगे और बताएंगे कि कैसे उन्होंने अपना ब्रांड विकसित किया है, कैसे अपनी उपज का मंडीकारण करते हैं और कितनी लागत में उन्हें कितना फायदा हो रहा है.

उन 10 प्रगतिशील किसानों का नाम जो मासिक एफटीबी महोत्सव को संबोधित करेंगे-

क्रमांक

किसान का नाम

ब्रांड का नाम

राज्य का नाम

1.

अजिंक्य हांगे

टू ब्रदर्स ऑर्गेनिक फॉर्म्स

पुणे, महाराष्ट्र

2.

यश जयंतीभाई पाढियार

ब्रांड: हीर ऑर्गेनिक्स

बनासकांठा, गुजरात

3.

कंवल सिंह चौहान

इंटीग्रेटेड यूनिट फॉर मशरूम डेवलपमेंट

सोनीपत, हरियाणा

4.

अरबिंद सिंह धूत

सिंह किचन गार्डन

पंजाब

5.

आनंद मिश्रा

लेमन मैन रायबरेली

रायबरेली, उत्तर प्रदेश

6.

राजा मणिकम

एच-डीआईए फूड्स

तमिलनाडु

7.

सत्यनहल्ली कुमारस्वामी

ऑर्गेनिक वेजिटेबल्स (अपने नाम से)

मंड्या; कर्नाटक

8.

शाजी जीआर

ब्रांड: चक्कमुक्कू, को-ऑर्डिनेटर जैकफ्रूट प्रमोशन कंसोर्टियम

केरल

9.

बिराधर वीर शेट्टी पाटिल

मिलेट फ़ार्मिंग (तेलंगाना का मिलेट मैन)

हैदराबाद, तेलंगाना

10.

अरुण मंडल

मंडल्स पाइनएप्पल

दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल


जो किसान 4 अक्टूबर को इसका लाभ उठाना चाहते हैं वो किसान (https://bit.ly/3hlHzSY) लिंक पर विजिट कर अपना रजिस्ट्रेशन करें.

English Summary: Krishi Jagran to be celebrated on 4 October, monthly festival under ftb campaign Published on: 29 September 2020, 05:57 PM IST

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