1. Home
  2. ख़बरें

किसानों से एमएसपी से कम कीमत पर अनाज खरीदने पर व्यापारियों को 1 साल जेल और 50 हजार का जुर्माना

महाराष्ट्र सरकार ने किसानो को संकट से उबारने के लिए एक अहम फैसला लिया है. सरकार ने यह फैसला किया है की अब अगर कोई व्यापारी सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर किसानों से अनाज खरीदता है तो वह सजा का हकदार होगा. दोषी के तौर पर उसे एक साल की जेल और 50 हजार रुपए का जुर्माना हो सकता है. इस फैसले से सरकार ने किसानों को तो खुश कर दिया है लेकिन व्यापारियों के बीच इसे लेकर खासी नाराज़गी है. व्यापारी न्यूनतम समर्थन मूल्य और बाजार भाव में भारी अंतर की वजह से परेशान हैं.

महाराष्ट्र सरकार ने किसानो को संकट से उबारने के लिए एक अहम फैसला लिया है. सरकार ने यह फैसला किया है की अब अगर कोई व्यापारी सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर किसानों से अनाज खरीदता है तो वह सजा का हकदार होगा. दोषी के तौर पर उसे एक साल की जेल और 50 हजार रुपए का जुर्माना हो सकता है. इस फैसले से सरकार ने किसानों को तो खुश कर दिया है लेकिन व्यापारियों के बीच इसे लेकर खासी नाराज़गी है. व्यापारी न्यूनतम समर्थन मूल्य और बाजार भाव में भारी अंतर की वजह से परेशान हैं.

 

अरहर की एमएसपी 5440 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि इसका बाजार भाव 3900 से 4000 रुपए है. इसके आगे मूंग की एमएसपी 6975 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि बाजार भाव 5200 से 5300 रुपए है. चने की एमएसपी 4400 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि इसका बाजार भाव 4000 रुपए है. आगे अन्य चीजों की बात करें तो ज्वार की एमएसपी 2300 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि बाजार भाव 1600 से 1700 है और उड़द की एमएसपी 4400 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि बाजार भाव 3700 से 4000 है. हांलाकि सरकार की तरफ से इस विषय को लेकर अभी व्यापारियों को अधिकृत सूचना नहीं मिली है. वहीं इस विषय पर चिंता जताते हुए कुछ व्यापारियों ने धान की खरीदारी बंद कर दी है तो कुछ ने सूचना जारी होने तक पूराने प्रकिया से ही ख़रिदारी करने का मन बनाया है. 

 

कृषि जागरण डेस्क

English Summary: Farmers get 1 year jail and 50 thousand fines for farmers to buy grain at a lower price than MSP Published on: 27 August 2018, 06:53 AM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News