आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह अपनी सेहत का खास ध्यान रख पाएं. ऐसा खासतौर से महिलाओं के साथ होता है. अधिकतर महिलाएं अपना पूरा दिन ऑफिस और फिर घर के कामों में लगा देती हैं. यही कारण है कि अक्सर महिलाएं तमाम तरह की बीमारियों का शिकार हो जाती हैं. इनमें थायराइड (Thyroid) की बीमारी भी शामिल है.
कई बार थायराइड (Thyroid) की बीमारी ज्यादा आराम करने वाले और एक्सरसाइज ना करने वाले लोगों को भी हो जाती है. इसके साथ ही टेंशन, आयोडीन की मात्रा कम या ज्यादा लेने पर और दवाओं के साइड इफेक्ट होने से भी बीमारी हो सकती है.
इसके अलावा परिवार में किसी को पहले से थायराइड (Thyroid) की समस्या है, तब भी आप इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं. पुरूषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा इस बीमारी का शिकार होती हैं. इसकी वजह से कई अन्य बीमारियों के होने का खतरा भी बन जाता है. ऐसे में आप थायराइड (Thyroid) बीमारी को आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर दूर कर सकते हैं, आइए जानते हैं कैसे?
थायराइड के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for Thyroid)
-
अलसी के 1 चम्मच चूर्ण का प्रयोग करना चाहिए.
-
इस बीमारी में नारियल का तेल गुनगुने दूध के साथ में खाली पेट सुबह-शाम लेना चाहिए.
-
विभीतकी का चूर्ण, अश्वगंधा का चूर्ण और पुश्करबून का चूर्ण भी 3 ग्राम शहद के साथ में या गुनगुने पानी के साथ 2 बार प्रयोग कर सकते हैं.
-
इस बीमारी में धनिया का पानी पी सकते हैं. इसके लिए शाम को तांबे के बर्तन में पानी लेकर उसमें 1 से 2 चम्मच धनिये को भिगोकर रख दें, फिर सुबह के समय अच्छी तरह से मसलकर और छानकर धीरे-धीरे पिएं.
-
गाय के घी को 2-2 बूंद पिघला के नाक में डालने से लाभ मिलता है.
थायराइड में क्या करें (What to do in Thyroid)
-
रोजाना 1 गिलास दूध का सेवन करें.
-
अगर फल खाने हैं, तो आम, शहतूत, तरबूज़ और खरबूज खा सकते हैं.
-
इसके अलावा अदरक, लहसुन सफेद प्याज, दालचीनी, , थाइम और स्ट्रॉबेरी की पत्तियों का उपयोग ज्यादा करना चाहिए.
-
खाना नारियल तेल में पकाना चाहिए.
-
सुबह 10 से 15 मिनट गुनगुनी धूप भी लेनी चाहिए.
-
खासौतर से सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, मत्स्यासन, नौकासन करना चाहिए.
थायराइड में क्या न करें (What not to do in Thyroid)
-
खाने में उन चीज़ों का परहेज करें, जिससे पचाने में परेशानी होती हो.
-
ज़्यादा ठंडे, खुष्क पदार्थो का सेवन न करें.
-
ज़्यादा मिर्च-मसालेदार, तैलीय, खट्टे पदार्थों का सेवन न करें.
-
दही का प्रयोग नहीं करना है.
-
फूलगोभी, मूली, बंदगोभी, शलजम, पालक, शकरकंदी, मक्का, सोया, रेड मीट, कैफ़ीन और
-
रिफाइंड ऑयल का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
-
ज़्यादा शारीरिक परिश्रम नहीं करना चाहिए.
Share your comments