खानपान के समय में गड़बड़ी, अत्यधिक वसायुक्त भोजन करना, स्ट्रेस लेना, नियमित व्यायाम नहीं करना और सही समय पर नहीं सोना या ज्यादा जागने की वजह से कम नींद होना आदि सभी बीमारियों के मुख्य कारण होते हैं.
इन्हीं वजहों से ज़्यादातर लोग बीमार भी पड़ते हैं और मौजूदा वक़्त में आप देखेंगे, तो लोगों की दिनचर्या कुछ इसी तरह की हो गई है. परिणामस्वरूप, आज के समय में किसी भी उम्र के लोगों को बीमारी अपना शिकार बना लेती है.
आजकल की दिनचर्या और खानपान की वजह से होने वाली समस्याओं में से एक हार्ट अटैक (Heart Attack) और कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) भी हैं. आमतौर पर लोगों को यही लगता है कि हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट एक ही जैसे होते हैं. लेकिन, यह सच नहीं है. ऐसे में आइये आज हम आपको हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या अंतर (Difference between Heart Attack and Cardiac Arrest) होता है, उसके बारे में बताते हैं-
हार्ट अटैक समस्या क्या है?( What is Heart Attack problem?)
हार्ट अटैक दिल की एक बीमारी है. वहीं, हार्ट अटैक की बीमारी में किसी ब्लॉकेज की वजह से या खून में थक्के बनने की वजह से दिल को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं मिल पाता है और धमनियों तक खून को भेजने के लिए दिल को ज्यादा मशक्कत (effort) करनी पड़ती है.
नतीजतन धमनियों को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं मिलने की वजह से दिल का कुछ हिस्सा कार्य करना बंद कर देता है और हार्ट अटैक की समस्या उत्पन्न हो जाती है. वहीं, हार्ट अटैक एक जानलेवा बीमारी है और इससे लोगों की मृत्यु हो जाती है.
हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
हार्ट अटैक के निम्नलिखित मुख्य लक्षण होते हैं-
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दिल की धड़कनों का अनियंत्रित होना
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अत्यधिक तनाव और स्ट्रेस्ट लेना
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हाई ब्लड प्रेशर होना
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सीने के आसपास या बीच में बेचैनी
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सिरदर्द के साथ उल्टी आना
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शरीर के ऊपरी हिस्से जैसे बांहों, पीठ, गले, कंधे और पेट में दर्द
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दांत और जबड़े में दर्द
कार्डियक अरेस्ट समस्या क्या है? (What is Cardiac Arrest problem?)
कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है. वहीं, इस बीमारी के चपेट में वो लोग भी आ जाते हैं, जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी या परेशानी भी नहीं होती है. इसके अलावा, इस बीमारी से दुनियाभर में हर साल काफी लोगों की मौत हो जाती है.
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Symptoms of Cardiac Arrest)
कार्डियक अरेस्ट के निम्नलिखित मुख्य लक्षण होते हैं-
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दिल की धड़कन का तेज हो जाना,
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दर्द होना
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लगातार थकान होना
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सांस लेने में दिक्कत
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अचानक से बेहोश हो जाना
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अंतर (Difference between Heart Attack and Cardiac Arrest)
कार्डियक अरेस्ट में दिल धड़कना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक होने पर दिल सामान्य रूप से धड़कना जारी रखता है, भले ही दिल को धमनियों तक खून को भेजने के लिए मशक्कत (Effort) करनी पड़ती है.
इसके अलावा, हार्ट अटैक तब होता है जब ब्लॉकेज की वजह से या खून में थक्के बनने की वजह से दिल को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं मिल पाता है, और कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल की खराबी होती है.
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