1. Home
  2. खेती-बाड़ी

February Farming: फरवरी महीने में करने वाले कृषि कार्य, जल्दी से निपटा लें ये जरूरी काम

Agriculture work: किसानों के लिए फरवरी का महीना बेहद जरूरी माना जाता है. ऐसे में किसानों के लिए हम फरवरी महीने के कृषि कार्य की जानकारी देने जा रहे हैं.

अनामिका प्रीतम
फरवरी महीने के कृषि कार्य
फरवरी महीने के कृषि कार्य

February agriculture work: किसानों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि कौन से महीने में कौन से कृषि कार्य करने चाहिए. क्योंकि फसलों की अच्छी पैदावार मौसम पर ही निर्भर करती है. इसलिए तो अलग-अलग सीजन में अलग-अलग फसलों की खेती की जाती है, ताकि इन फसलों पर मौसम की मार ना पड़ सके.

फिलहाल फरवरी का महीना चल रहा है. ऐसे में किसानों को इस महीने कौन से कृषि कार्य करने चाहिए ये जानना बेहद जरूरी है. क्योंकि अगर सही जानकारी नहीं हो तो किसानों की फसलों की पैदावार भी प्रभावित हो सकती है. इसलिए फरवरी महीने में किए जाने वाले कृषि कार्यों की सही जानकारी किसानों के पास होनी बेहद जरूरी है.

फरवरी महीने के कृषि कार्य को लेकर बिहार सरकार के कृषि विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के कई सारे ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की है. ऐसे में चलिए जानते हैं फरवरी महीने में किए जाने वाले कृषि कार्य के बारे में.

बिहार सरकार कृषि विभाग के मुताबिक फरवरी महीने के कृषि कार्य

रोपे हुए प्याज की समय-समय पर निराई और सिंचाई करते रहें और प्याज में थ्रिप्स के नियंत्रण हेतु प्रति हेक्टेयर 20 पीला चिपकने वाले फंदों का इस्तेमाल करना लाभप्रद है. आवश्यकता पड़ने पर इमिडाक्लोप्रीड 17.8 एस.एल. का 1 एम.एल प्रति 3 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.

प्याज में उखड़ा रोग के नियंत्रण के लिए कॉपरऑक्सी क्लोराइड 50% घुलनशील चूर्ण का 3 ग्राम या मैंकोजेब 75% घुलनशील चूर्ण का 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करेंघोल में स्टीकल अवश्य मिलाएं और सादापाट (कैपसुलरिस) की बुवाई करें.

आलू के अगात प्रभेद की खुदाई करें. आलू खुदाई के 15 दिन पहले सिंचाई बंद कर दें.

अगर पीली सरसों में फली लगना शुरू हो गई है तो सिंचाई करें. तिलहन में लाही का नियंत्रण गतपक्ष के संदेशानुसार करें.

गरमा मूंग को थिरम या कैप्टॉन 2.5 ग्राम या ट्राइकोडर्मा 5 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित कर बुवाई करें. फली छेदक का नियंत्रण से पहले दिए गए संदेशानुसार करें.

ये भी पढ़ेंः फरवरी में किसान करें इन फसलों की बुवाई, बाजार में बढ़ती मांग से मिलेगा मुनाफ़ा

बसंत कालीन मक्का को थीरम 75% या कैप्टॉन 75% डब्ल्यू.पी. 2.5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर बुवाई करें. साथ ही साथ फसल की निगरानी निरंतर करते रहें  और फसल को खरपतवार से मुक्त रखें.

 

English Summary: February Farming: Agricultural work to be done in the month of February, tackle this important work quickly Published on: 08 February 2023, 12:37 PM IST

Like this article?

Hey! I am अनामिका प्रीतम . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News