फूलगोभी का वर्गीय सब्जियों में सबसे महत्वपूर्ण स्थान है. इसका उपयोग सब्जी, सूप, अचार, सलाद आदि बनाने में किया जाता है. यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में अत्यंत लाभकारी है, इसलिए देशभर के किसान फूलगोभी की खेती को प्रमुखता देते हैं.
बता दें कि आज तक किसानों ने अपने खेतों में पारंपरिक फूलगोभी की खेती ही की होगी, लेकिन क्या आपने कभी पीले और बैंगनी रंग की फूलगोभी (Yellow and Purple Cauliflower) भी देखी या सुनी है, शायद नहीं देखी होगी.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पीपीगंज क्षेत्र में एक किसान ने पीले और बैंगनी रंग की फूलगोभी की खेती (Yellow and Purple Cauliflower Cultivation) की है. यह देखने में जितनी सुंदर है, उतनी ही खाने में स्वादिष्ट और फायदेमंद है.
महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी पीपीगंज गोरखपुर के विशेषज्ञ ने जानकारी दी है कि किसान ने अपने खेतों में पीले और बैंगनी रंग की फूलगोभी उगाई है, जो बाकी फूलगोभी (Yellow and Purple Cauliflower) की तरह ही है, लेकिन यह कई पोषक तत्वों से भरपूर है. आइए आपको इस संबंध में पूरी जानकारी देते हैं.
फूलगोभी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable Climate for Cauliflower Cultivation)
इस फूलगोभी की खेती के लिए ठंडी एवं आद्र जलवायु की आवश्यकता होती है.
फूलगोभी की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी (Suitable soil for cauliflower cultivation)
इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी काफी उपयुक्त मानी जाती है. इसकी बुवाई का सही समय सितंबर से अक्टूबर का है. इसकी खेती की अन्य सभी क्रियाएं फूलगोभी की खेती की तरह ही की जाती हैं.
पीली औऱ बैंगनी फूलगोभी के फायदे (Benefits of Yellow and Purple Cauliflower)
इस फूलगोभी में फाइटो केमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो बीमारी और बॉडी इंफेक्शन से लड़ने में काफी मददगार होता है.
इसमें कैल्शियम फास्फोरस मैग्नीशियम और जिंक की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिससे हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं. यह बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है.
जानकारी के लिए बता दें कि यह फूलगोभी किसान विष्णु प्रताप सिंह ने अपने खेत में उगाई है.
खास बात यह है कि किसान को जिले, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर कृषि के क्षेत्र में अग्रणी कार्य के लिए पुरस्कृत व सम्मानित भी किया जा चुका है. किसान का कहना है कि इस तरह की नवीनतम चीजों को देखने कई प्रगतिशील किसान खेत में पहुंचते हैं.
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