1. Home
  2. खेती-बाड़ी

हजारी प्रजाति के नींबू की खेती कर कमाएं लाखों रूपये

वर्तमान में बाजार में हजारी किस्म के नींबू की बहुत मांग है, ऐसें में आप इसकी खेती कर आराम से हर साल लाखों की कमाई कर सकते हैं.

रवींद्र यादव
नींबू की खेती
नींबू की खेती

नींबू की खेती करना किसान भाइयों के लिए अच्छा मुनाफे का सौदा हो सकता है. नींबू की हजारी प्रजाति के पौधे से लोग काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं. वर्तमान में बाजार में इसका रेट 100 रुपये किलो तक है और यह नारंगी रंग का होता है. कम लागत और ज्यादा मुनाफा के चलते किसानों के बीच इसकी खेती का चलन बढ़ रहा है.

यह नींबू अन्य के मुकाबले ज्यादा खट्टा होता है और इसका उपयोग चाय से लेकर अचार बनाने तक में किया जाता है, जिस कारण बाजार में इसकी मांग बहुत ज्यादा है. इस नींबू की खेती करने से पहले खेत में जुताई कर अच्छे से तैयार कर लें. जहां पौधे लगाएं उस जगह पर करीब एक फीट गहरा गड्ढा कर लें, फिर  उसमें पानी डालकर छोड़ दें और जब पानी सूख जाए तो पौधा लगाकर ऊपर से मिट्टी डालकर पौधे के चारों ओर से घेरा बनाकर एक गोल क्यारी बना दें. ध्यान रखें, कई बार पौधे सही से नहीं लगने के कारण मुरझाने लगते हैं.

इसकी खेती हल्के वर्षा वाले क्षेत्र में की जाती है. अधिक वर्षा वाले क्षेत्र में इसकी बुआई वर्षा मौसम के अंत में करनी चाहिए क्योंकि यहां वर्षा के जल जमाव की संभावना रहती है. सिंचाई वाली जगहों पर बुआई का समय फरवरी माह के अंत में होता है.

ये भी पढ़ेंः हजारी नींबू की खेती में लाखों का मुनाफा, सिर्फ 100 रुपये से शुरू करें खेती

किसान नींबू की हर प्रकार की प्रजातियों की खेती करते हैं. इसमें सबसे ज्यादा प्रसिध्द मशहूर कागजी नींबू है, जिसकी बाजार में मांग बहुत ही ज्यादा होती है. किसान इस नींबू की जगह हजारी नींबू की खेती कर सकते हैं जो अन्य के मुकाबले काफी मंहगा बिकता है और किसान इसकी खेती कर हर साल लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं.

English Summary: Earn lakhs of rupees by cultivating Hazari species of lemon Published on: 03 April 2023, 06:09 PM IST

Like this article?

Hey! I am रवींद्र यादव. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News