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एक ऐसा स्वास्थ्यवर्धक फल जो साल में दे रहा लाखों का मुनाफा, ये है खेती का सही तरीका

खेती अब बड़े पैमाने पर हो रही है. ऐसी फसलों की खेती की जा रही है जिनकी बाजार में डिमांड है. जिन्हें लोग अपनी सेहत में सुधार के लिए भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में हम आपको अंजीर (Fig) के बारे में बता रहे हैं.

राशि श्रीवास्तव
बाजार में अंजीर 500 से 800 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता है.
बाजार में अंजीर 500 से 800 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता है.

खेती अब बड़े पैमाने पर हो रही है. ऐसी फसलों की खेती की जा रही है जिनकी बाजार में डिमांड है. जिन्हें लोग अपनी सेहत में सुधार के लिए भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में हम आपको अंजीर (Fig) के बारे में बता रहे हैं. अंजीर एक स्वास्थ्यवर्धक फल है. इसमें दूसरे फलों के मुकाबले काफी मिठास होती है. विटामिन ए बी, सी और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है. अंजीर के सेवन से सर्दी-जुकाम, दमा, स्तन कैंसर और अपच, नपुंकसता जैसी बीमारियों में काफी लाभ होता है. व्यापारिक रूप से देखा जाए तो अंजीर बहुत महंगा फल है. इसकी खेती करने वाले किसान काफी अच्छा लाभ कमा सकते है. जानिए खेती का तरीका. 

अंजीर की खेती से लाभ-  

भारत में अंजीर की खेती तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा की जाती है. अंजीर के प्रति पौधे से 20-30 किलो फल प्राप्त होते हैं. बाजार में अंजीर 500 से 800 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता है. अंजीर की खेती से आप प्रति हेक्टेयर 30 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं. 

उपयुक्त जलवायु और मिट्टी-

अंजीर की खेती के लिए शुष्क और आर्द्र जलवायु की जरूरत होती है. इसके लिए उचित जल निकासी वाली उपजाऊ दोमट भूमि होनी चाहिए. 6-7 Ph मान वाली मिट्टी में पैदावार अच्छी होती है. 25-35 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान अंजीर के पैदावार के लिए उपयुक्त है.

बुवाई और बीज की मात्रा-

अंजीर के पौधों की रोपाई जुलाई से अगस्त में होती है. पौधे के लिए पहले नर्सरी तैयार करें. प्रति हेक्टेयर 250 पौधों की जरूरत होती है. पौध से पौध की दूरी 5 मीटर रखें. 

खेत की तैयारी-

खेत की तिरछी जुताई करके फसल अवशेष हटा लें. फिर खेत की मिट्टी को रोटावेटर से भुरभुरी बनाएं. खेत में पाटा चलाकर समतल बनाएं. फिर 5 मीटर की दूरी पर गढ्ढे बनाएं. इन गढ्ढों में पौधे की रोपाई के बाद हल्की सिंचाई कर दें.

अंजीर की उन्नत किस्में-

पंजाब अंजीर- इस किस्म के फल आकार में बड़े और पीले होते हैं. पौधे 2 साल बाद फल देना शुरू करते हैं, पौधे 10-15 फीट लंबे होते हैं. 5 वर्षीय पौधे की औसतन पैदावार 16-18 किलोग्राम तक होती है.

पुणे अंजीर-  इसके पौधे का फल मध्यम और पीला होता है. पौधे 38- 40 डिग्री तापमान के मध्य अच्छी बढ़ोतरी करते हैं. पौधे की पूर्ण आयु पर ऊंचाई 8 फीट और चौड़ाई 2.5 मीटर तक होती है. पहली तुड़ाई 12 महीने बाद हो सकती है.

मार्शलीज अंजीर- यह अंजीर की हाइब्रिड किस्म है. इसका भंडारण अधिक समय तक हो सकता है. पौधे की ऊंचाई 3-5 मीटर के लगभग होती है. प्रत्येक पौधे से प्रतिवर्ष 20- 25 किलोग्राम तक फल मिलता है.

पुणेरी अंजीर- इस किस्म के फल स्वादिष्ट और जामुनी होते हैं. पौधे की ऊंचाई 9-12 फीट होती है. पौधे आर्द्रता के प्रति सहनशील होते हैं. हर पौधे से प्रतिवर्ष 22- 25 किलोग्राम तक फल मिलता है.

दिनकर अंजीर- इस किस्म के फल मध्यम आकार के और हल्के पीले होते हैं. पहली तुड़ाई बीज बुवाई के 3 साल बाद मिल सकती है. इसकी खेती मुख्य तौर पर महाराष्ट्र में की जाती है. हर पौधे की प्रतिवर्ष औसतन पैदावार 18- 20 किलोग्राम होती है.

ब्राउन टर्की- इस किस्म के फल मध्यम आकार के और जामुनी भूरे रंग के होते हैं. फल 20 मई से 25 जून के मध्य पककर तैयार होती है. हर पौधे की प्रतिवर्ष औसतन पैदावार 50 -55 किलोग्राम होती है.

ये भी पढ़ेंः अंजीर की अच्छी पैदावार के लिए अपनाएं ये तरीका

अंजीर को सुखाकर पाएं अच्छी कमाई-

अंजीर की खेती करने वाले किसान काफी लाभ कमाते हैं. इसमें काफी मिठास होती है. इसे सुखाकर सूखे फलों की तरह भी इस्तेमाल कर सकते है. अंजीर की ताजी फसलों से ज्यादा लाभ सूखे फसल से होता है.

English Summary: A healthy fruit that is giving millions of profits a year, this is the right way of farming Published on: 08 December 2022, 11:43 AM IST

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