देश में अब युवाओं का रुझान कृषि के क्षेत्र में बढ़ रहा है. युवा अब कृषि क्षेत्र में कई स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं. कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप (Startups In Agriculture) युवाओं की ज्यादा रूचि बढ़ रही है. आज के युवा अच्छी तनख्वाह और नौकरी को छोड़कर खेतों की ओर रुख कर रहे हैं.
युवाओं के कृषि के क्षेत्र में आने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस क्षेत्र में नई तकनीक और तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे कृषि के क्षेत्र में नए अवसर मिल रहे हैं. ऐसे ही एक ऐसा स्टार्टअप झारखंड की राजधानी रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड में एक युवक ने शुरू किया है और बेहद आधुनिक तरीके से ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Farming) शुरू की है,साथ ही उन्होंने स्ट्रॉबेरी और केले की खेती कर भी कर रहे हैं.
बता दें कि गौतम एक मल्टीनेशनल कंपनी नौकरी करते थे, लेकिन उनकी रूचि खेती करने में थी और अधिक आय कमाने की चाह में उन्होंने यह स्टार्टअप शुरू किया. गौतम बताते हैं कि रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के बथवाल गांव में रूक्का बांध के किनारे दिब्यार्थी गौतम का खेत हैं. जहाँ करीब पांच एकड़ के क्षेत्र में फैले इस फार्म में केला, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, एवोकाडो और मटर की खेती करते हैं. इसके अलावा गौतम फार्म में मछली पालन का भी कार्य करते हैं. उन्होंने बताया कि वे बायोफ्लोक तकनीक से मछली पालन कर रहे हैं. इसके अलावा गाय पालन की भी तैयारी की जा रही है, जिससे जैविक खेती के लिए खेत में खाद आसानी से उपलब्ध हो सके.
इसे पढ़ें - UPSC की तैयारी छोड़ शुरू की मशरूम की खेती, अब सालाना कमा रहे 10 लाख रुपए
खेत के संचालक दिव्यार्थ गौतम का कहना है कि खेती शुरू करने से पहले वह मुंबई में एक निवेश बैंकर के रूप में काम करते थे. अपने काम के लिए वे हमेशा राजस्थान, गुजरात जैसे राज्यों में जाते थे.वहां खेती करते हुए देखते थे, वहां कृषि की नई तकनीकों को अपनाते हुए देखें.
इस दौरान उनके मन में खेती करने की इच्छा पैदा हुई. उसके बाद उन्होंने साल 2020 में नौकरी छोड़कर वापस आने का मन बना लिया. फिर रांची आए और ओरमांझी प्रखंड में पांच एकड़ जमीन में खेती शुरू की. यहां उन्होंने केले की खेती की. इसके साथ ही उन्होंने ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की.
Share your comments