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जहाँ एक ओर बेरोजगारी का स्तर बढ़ रहा है वही आज के युवाओं के लिए दूसरे विकल्प भी खुले रहे हैं. इसके साथ ही ग्रामीण युवा कृषि से भाग रहे हैं तो नौकरीपेशा लोग खेती को ही अपना करियर बना रहे हैं. हमारे देश में खेती को प्राचीन समय से ही सर्वोपरि माना गया है. क्योंकि कृषि की ही बदौलत हम अपना पेट भर पाते हैं. पैदावार को ओर अधिक बढ़ने के लिए इसमें तरह - तरह के अनुसंधान किए जाते हैं. इसलिए युवाओं के लिए कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में सफल करियर निर्माण के बहुत सारे विकल्प खुले हैं. कृषि अनुसंधान क्षेत्र में 12वीं करने के बाद बहुत से विकल्प खुल जाते हैं. इसके लिए 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंकों से पास कर बी.एस.सी एग्रीकल्चर अथवा बी.एस.सी एग्रीकल्चर ऑनर्स की डिग्री हासिल की जा सकती है.इसके बाद किसी भी निजी कंपनी अथवा सरकारी संस्था में वो अपना करियर शुरू कर सकते हैं. इसके अलावा बीएससी एग्रीकल्चर के बाद एमएससी एग्रीकल्चर ओर उसके बाद पीएचडी भी की जा सकती है. एमएससी करने के बाद रोजगार के ओर अधिक विकल्प खुल जाते हैं. इसके आलावा पीएचडी के बाद अनुसंधान के क्षेत्र में काफी रोजगार के अवसर होते हैं. सरकारी संस्थाओं में इसके बाद कृषि अनुसंधान क्षेत्र में अच्छी नौकरी मिल जाती है ओर निजी कंपनियों में अच्छे पैकेज मिलने की सम्भावना रहती है.
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यह डिग्री एग्रीकल्चर, वेटनेरी साइंस, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, फॉरेस्टरी, डेयरी टेक्नोलॉजी, फिशरी, सेरीकल्चर, हॉर्टीकल्चर, फूड साइंस, होम साइंस, मार्केटिंग, बैंकिंग एंड कोऑपरेशन में से किसी भी एक विषय में ली जा सकती है.
देशभर में इसके लिए लगभग 11,000 सीटें छात्रों के लिए उपलब्ध हैं. इन डिग्रियों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आई.सी.ए.आर) सहित अन्य संस्थाएं आपको पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप सहित दूसरी सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है.
इस समय कृषि के क्षेत्र में काफी नवाचार हो रहा है और युवा पीढ़ी भी इसमें आगे आ रही है. इसलिए इसमें रोजगार के काफी विकल्प खुलते दिखाई दे रहे हैं. ये नए कृषि-उद्योग खासकर निजी क्षेत्र की संस्थाओं को पूर्ण प्रशिक्षित पेशेवरों की बड़ी मात्रा में जरूरत होती है. इसके अलावा बैंकों में आपकी नियुक्ति कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण विकास अधिकारी, फील्ड ऑफिसर के रूप में हो सकती है. इसके अलावा ग्रामीण बैंकों, सहकारी बैंकों, राज्यों के विभिन्न कृषि विभागों में भी आपके रोजगार की संभावनाएं बड़े पैमाने पर उपलब्ध हैं.
यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कृषि के किस क्षेत्र में जाना चाहते है उसी के हिसाब से आपको कोर्स का चयन करना होता है.आप शिक्षण, शोध, मार्केटिंग, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग या मैनेजमेंट के क्षेत्र में भी रोजगार ढूंढ सकते हैं. कृषि क्षेत्र के ऐसे बहुत से सरकारी ओर निजी संस्थान है जो कृषि में शिक्षा प्रदान करते हैं. आप किसी भी कृषि शिक्षण संसथान से शिक्षण प्राप्त कर सकते हैं.
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इनमें से कुछ मुख्य संस्थान इस प्रकार हैं.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, दिल्ली
आनंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, गुजरात
सरदार वल्लभ भाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, मेरठ
युएएस धारवाड़ यूनिवर्सिटी, धारवाड़
पंतनगर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, पंतनगर
सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, मणिपुर
युनिवर्सिटी कालेज ऑफ एग्रीकल्चर, कोलकता, भुवनेश्वर
राजस्थान एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी, उदयपुर
सेंटर ऑफ एग्रीकल्चर, अलीगढ विश्वविद्यालय
इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीट्युट, इलाहाबाद
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