बैंगन एक बहुत ही पौष्टिक सब्जी है लेकिन कुछ लोग इसे बिना गुण वाली सब्जी मानते हैं. बैंगन में विटामिनस, फेनोलिक्स (कार्बोलिक एसिड) और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इन खास तत्वों की मौजूदगी के कारण बैंगन स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर करने के लिए एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. बैंगन में विटामिन सी बहुत मात्रा में है जो प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है और शरीर को संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करता है. बैंगन कई गंभीर समस्याओं के उपचार के साथ-साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है. बैंगन में विटामिन (ए, सी, डी, ई, बी-2, बी-6, बी-12), फोलिक एसिड आयरन, सेलेनियम और जिंक मौजूद होते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं. इस कारण बैंगन का उपयोग शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में सहायक माना जा सकता है.
डायबिटीज की समस्या में बैंगन का उपयोग लाभकारी माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले फेनोलिक्स (कार्बोलिक एसिड) टाइप-2 डायबिटीज की समस्या के जोखिम को कम कर सकते हैं. फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम कर हाई ब्लड शुगर के प्रभाव को कम करने में सहायक माने जाते हैं. इस कारण यह कहा जा सकता है कि बैंगन खाने के फायदे में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करना भी शामिल है. हाई फाइबर और कम कार्बोहाइड्रेट के तत्व होने के कारण यह मधुमेह रोगियों के लिये बहुत अच्छा आहार है. इसको नियमित खाने से शुगर लेवल कम होता है.
बैंगन में शक्तिशाली कार्डियो प्रोटेक्टिव प्रभाव पाया जाता है. बैंगन के सेवन से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर गिरता है. बैंगन में पोटेशियम व मैंगनीशियम की अधिकता होने के कारण बैंगन की पत्तियों के रस का सेवन करने से भी रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम किया जा सकता है.
बैंगन का उपयोग याददाश्त बढ़ाने में भी सहायक साबित हो सकता है. यह दिमाग की कार्य क्षमता तो बढ़ाने में भी मददगार माना जाता है. बैंगन के गुण में एक यह भी है कि अगर आप प्राकृतिक तरीके से धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, तो यह आपकी सहायता कर सकता है. 100 ग्राम बैंगन में करीब 0.01 मिलीग्राम निकोटीन मौजूद होता है. निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी के तहत इसमें मौजूद निकोटिन की सीमित मात्रा सिगरेट छोड़ने वाले लोगों के लिए मददगार हो सकती है.
बैंगन के गुण वजन घटाने में भी मददगार साबित हो सकते हैं. 100 ग्राम बैंगन में 92 ग्राम पानी पाया जाता है. फैट की मात्रा काफी कम होती है. इस कारण यह पेट भरने के साथ-साथ मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए कम फैट वाला एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.
कैंसर की समस्या में भी बैंगन खाने के फायदे देखे जा सकते हैं. इसमें एक खास तत्व एंथोसायनिन पाया जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, एंथोसायनिन कैंसर कोशिकाओं के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है.
बैंगन में फोलेट और आयरन के साथ-साथ विटामिन बी-12 पाए जाते हैं. इस कारण ऐसा माना जाता है कि बैंगन के औषधीय गुण एनीमिया के जोखिमों को कम करने में सहायक साबित होते हैं. आदिवासी चुल्हे पर भुने हुए बैंगन में थोडी सी शक्कर डालकर सुबह खाली पेट खाने की सलाह देते हैं, ऐसा करने से शरीर में रक्त की कमी दूर हो जाती है.
बैंगन के औषधीय गुण में तुरंत ऊर्जा प्रदान करना भी शामिल है. दरअसल, यह कम वसा वाला ऊर्जा का स्रोत है. इस कारण इसके सेवन से ऊर्जा हासिल की जा सकती है और वसा न होने के कारण यह हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है.
बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. बैंगन ‘बोन मिनरल डेंसिटी’ (हड्डियों की मजबूती) को बढ़ाने में सहायक माना जाता है. इसलिए, बैंगन का उपयोग हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में भी लाभकारी माना जाता है. बैंगन का रस दांत के दर्द में लाभदायक प्रभाव दिखलाता है.
बैंगन में पाए जाने वाले न्यूट्रियन्ट्स हमारे दिमाग के लिये बहुत ही अच्छे होते हैं. यह किसी भी प्रकार के नुक्सान से हमारी कोशिका की झिल्ली को बचाते हैं. यह दिमाग को फ्री रैडिक्ल से बचाता है और ब्रेन का विकास करता है. इस में पाए जाने वाले ऐसेटाइलकोलिन और डोपामाइन नाम के डाइटरी न्यूरोट्रांसमीटर (रसायन जो मानसिक संदेशों के संचार में सहायक होते हैं) दिमागी विकास के साथ चिंता और अनिद्रा की समस्या को हल करने में सहायक माने जाते हैं. इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि बैंगन के औषधीय गुण अनिद्रा की समस्या में राहत दिलाने का काम कर सकते हैं.
बैंगन त्वचा को हाइड्रेट करता है और अंदर से नमी प्रदान करता है बैंगन में विटामिन-सी, विटामिन-ई और विटामिन-ए के साथ-साथ फैटी एसिड भी पाए जाते हैं, जिन्हें त्वचा संबंधी संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है. ये सभी तत्व मिश्रित रूप से एंटी-एजिंग प्रभाव के साथ त्वचा को स्वस्थ और कोमल बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं. साथ ही इन तत्वों की मौजूदगी त्वचा से दाग-धब्बों और झाइयों जैसी समस्या को दूर करने के साथ अल्ट्रा वायलेट किरणों से भी बचाती है. इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि बैंगन का उपयोग बढ़ती उम्र के प्रभाव को दूर करने में सहायक साबित होता है. इसके बेहतर फायदे पाने के लिए इसके सेवन के साथ इसका फेसपैक बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
विटामिन ए और ई के साथ जिंक में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाए जाते हैं, जो बालों के झड़ने की समस्या को रोकने के साथ स्कैल्प के स्वास्थ्य को भी बरकरार रखने की क्षमता रखते हैं. लंबे और मजबूत बालों के लिए बैंगन का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका सेवन करने से बालों के स्वास्थ्य को फायदा होता ही है. वहीं, इसका हेयर मास्क बनाकर उपयोग करना भी काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है. दरअसल, बैंगन में विटामिन ए, ई, फोलेट और नियासिन के साथ आयरन और जिंक मौजूद होता है. ये सभी तत्व झड़ते बालों की समस्या को खत्म करने में सहायक माने जाते हैं. साथ ही बालों के विकास में भी मददगार साबित होते हैं.
डाॅ हैपी देव शर्मा प्राध्यापक, शाक विज्ञान
डाॅ विपिन शर्मा, रसायन विशेषज्ञ
डाॅ यशवन्त सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन (हिमाचल प्रदेश)
Share your comments