Biotech Engineering: बायोटेक इंजीनियरिंग ने मेडिकल एडवांसमेंट, वैश्विक चुनौतियां, नौकरी के अवसर, पर्यावरणीय समाधान और कृषि में नवाचार किए हैं. यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग दोनों साथ मिलकर नई-नई तरह के प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी को डेवलप किया जाता है. इन उत्पादों में दवाएं, टीके, कीटनाशक पौधे और जैविक ईंधन जैसी सामग्री शामिल होती हैं. देखा जाए तो बायोटेक इंजीनियरिंग का किसानों की स्थिति में सुधार का अहम योगदान रहा है. इसने आनुवांशिक रूप से संशोधित जीवों को विकसित किया है, जो फसल की उपज से लेकर अन्य कार्यों में लाभकारी है.
वहीं, बीते कुछ सालों से युवाओं के लिए बायोटेक इंजीनियरिंग/ Biotech Engineering को काफी पसंद किया जा रहा है. इसमें युवा अपने करियर के नए-नए अवसर को देखते हैं. ऐसे में आइए आज हम बायोटेक इंजीनियरिंग के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बायोटेक इंजीनियरिंग क्या है?
एबीपी न्यूज के मुताबिक, बायोटेक इंजीनियरिंग में जैविक चीजों के बारे में अध्ययन किया जाता है और फिर इसके के आधार पर ही नई-नई तकनीकों, उत्पादों को विकसित किया जाता है. बायोटेक में पौधों, जीवाणुओं और जानवरों के शरीर के बारे में अध्ययन किया जाता है. ताकि नई किस्मों व तकनीकों को विकसित किया जा सकें.
बायोटेक इंजीनियरिंग से कृषि में नवाचार
बायोटेक इंजीनियरिंग ने कृषि में नवाचार के तरीकों को बढ़ावा दिया है. ताकि किसान कम लागत में अच्छा उत्पादन प्राप्त कर मुनाफा कमा सकें. बायोटेक इंजीनियरिंग के माध्यम से आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों को विकसित करने में मदद मिली है, जिसने फसल की उपज, कीट प्रतिरोधक क्षमता और पर्यावरण परिस्थितियों के फसल की सहनशीलता को बढ़ाया है.
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बायोटेक इंजीनियर ऐसे बनें
अगर आप भी अपने बेहतर भविष्य के लिए एक बढ़िया बायोटेक इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 12वीं कक्षा में विज्ञान व गणित विषय में पास होना चाहिए. फिर विद्यार्थी को इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जैसे कि जेईई या एनईईटी को पास करना होगा. ताकि आपको देश के किसी भी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में बायोटेक इंजीनियरिंग कोर्स को पा सकें. जानकारी के लिए बता दें कि बायोटेक इंजीनियरिंग कोर्स करीब चार साल तक का ग्रेजुएशन प्रोग्राम होता है जिसमें आपको जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित और इंजीनियरिंग की नई तकनीकों के बारे में पढ़ाया जाएगा.
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