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Yuktdhara Portal: कृषि और मनरेगा संपत्तियों की भू-स्थानिक योजना की सुविधा के लिए लांच हुआ नया पोर्टल, जानिए कैसे करेगा काम

भारत सरकार द्वारा एक रिमोच सेंसिंग पोर्टल लांच किया गया है, जिसका नाम युक्तधारा है. यह पोर्टल रिमोट सेंसिंग के जरिए डेटा जुटाएगा, जिससे कृषि क्षेत्र के विकास में काफी मदद मिलेगी. इसके साथ ही मनरेगा की संपत्तियों को सुविधाजनक बनाया जा सकेगा.

कंचन मौर्य
Agriculture News
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भारत सरकार द्वारा एक रिमोच सेंसिंग पोर्टल लांच किया गया है, जिसका नाम युक्तधारा है. यह पोर्टल रिमोट सेंसिंग के जरिए डेटा जुटाएगा, जिससे कृषि क्षेत्र के विकास में काफी मदद मिलेगी. इसके साथ ही मनरेगा की संपत्तियों को सुविधाजनक बनाया जा सकेगा. 

इस पोर्टल (Yuktdhara Portal) में कई अलग-अलग स्तर पर जानकारियां जुटाई जा सकती हैं.  अगर आप युक्तधारा पोर्टल (Yuktdhara Portal) से जुड़ी और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़िए.

क्या है युक्तधारा पोर्टल? (What is Yuktadhara Portal?)

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन  (Indian Space Research Organization/ISRO) और ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Development)  द्वारा युक्तधारा पोर्टल (Yuktdhara Portal) बनाया गया है. इस पोर्टल को केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister of Rural Development and Panchayati Raj Giriraj Singh) द्वारा लांच किया गया है.

आपको बता दें कि ‘युक्त’ शब्द योजनम् से लिया गया है,  जो योजना और ‘धारा’ अनवरत प्रवाह को दर्शाता है. इस पोर्टल की मदद से मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों और दर्ज संपत्तियों की जानकारी जुटाई जाएगी. इसके साथ ही यह पोर्टल वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम पर ड्रॉप मोर क्रॉप और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में मदद करेगा.

इतना ही नहीं, इस पोर्टल के जरिए फील्ड फोटो जुटा सकते हैं. इसके आधार पर अलग-अलग सरकारी विभाग की योजनाओं को सफल बनाया जा सकेगा. इसके अलावा, बड़े स्तर पर रिसर्च के कार्यक्रम भी चलाए जा सकेंगे.

कैसे काम करेगा युक्तधारा पोर्टल? (How will the Yuktadhara portal work?)

  • इस पोर्टल के जरिए रिमोट सेंसिंग और जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) आधारित जानकारी के उपयोग के साथ नई मनरेगा संपत्तियों की योजना बनाने की सुविधा प्राप्त होगी.

  • इस पोर्टल की मदद से योजनाकार विभिन्न योजनाओं के तहत पिछली संपत्तियों का विश्लेषण कर सकेंगे.

  • इसके साथ ही तैयार योजनाओं का मूल्यांकन राज्य विभागों के तहत उपयुक्त अधिकारियों द्वारा किया जाएगा.

  • युक्तधारा आधारित योजनाएं जमीनी स्तर के पदाधिकारियों द्वारा तैयार होंगी.

  • यह पोर्टल योजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा.

  • इसके अलावा वर्षों में बनाई गई संपत्तियों की दीर्घकालिक निगरानी करेगा.

  • परिसंपत्तियों की जियोटैगिंग से पहले, उसके दौरान और बाद में, धन का प्रगति-आधारित संवितरण होगा.

युक्तधारा पोर्टल से लाभ (Benefits of Yuktdhara Portal)

यह पोर्टल ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों को पूरा करने में मदद करेगा, साथ ही कृषि विकास के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगा. इस पोर्टल के जरिए अलग-अलग प्रकार की थीमेटिक परतों, मल्टी-टेम्पोरल हाई रेजोल्यूशन अर्थ ऑब्जर्वेशन डेटा और  एनालिटिकल उपकरणों को एक साथ एकत्रित किया जा सकता है.

पहले से भुवन पोर्टल भी है मौजूद (Bhuvan portal already exists)

जानकारी के लिए बता दें कि इस तरह का काम रिमोट सेंसिंग पोर्टल भुवन भी करता है.  इस पोर्टल को भी इसरो द्वारा बनाया गया है, जो कि मनरेगा से जुड़े आंकड़े जुटाता है. इस पोर्टल के आधार पर ही सभी राज्यों में मनरेगा से जुड़े काम शुरू किए जाते हैं. 

इसके साथ ही मनरेगा की संपत्तियों की जियो टैगिंग की जाती है. इसके अलावा मनरेगा कार्यों की निगरानी की जाती है. इतना ही नहीं, जियो टैगिंग से संसाधन और फंड के आवंटन संबंधी  निर्णय भी लिया जाता है.

English Summary: yuktdhara portal launched to facilitate geospatial planning of agriculture and mgnrega assets Published on: 25 August 2021, 02:36 PM IST

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