देश में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पिछले कुछ समय से जानवरों के टकराने की वजह से सुर्खियों में है. पिछले दो महीनों के करीब तीन से अधिक बार ट्रेन की मवेशियों से टकराने की खबर सामने आ चुकी है. जिसको लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में इन घटनाओं की वजह सरकार से पूछी गई है.
तमिलानाडु के नीलगीरि से सांसद ए राजा ने रेल मंत्री से पूछा कि क्या ट्रेन में इस्तेमाल रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक में कोई कमी इसकी वजह है, साथ ही उन्होंने पूछा कि ट्रेन की बाहरी सतह को भारी वस्तुएं या अन्य चीजों का भार झेलने के लिए कार्बन प्लास्टिक से क्यों नहीं निर्मित किया गया?
ए राजा की ओर पूछे गए सवालों सरकार की ओर से जवाब दिया गया. रेल मंत्री की ओर से बताया गया कि 1 जून 2022 से पूरे देश में वंदे भारत ट्रेनों में बायरिंग के फेल होने की वजह से एक्सल लॉक होने का सिर्फ एक मामला सामने आया हैं, वहीं 68 बार जानवरों की ट्रेन से टक्कर हुई है. उन्होंने ए राजा के रिइनफोर्स्ड प्लास्टिक में खामियों को इन दुर्घटनाओं की वजह मानने से इनकार कर दिया.
रेल मंत्री की ओर से बताया गया कि वंदे भारत के सवारी डिब्बे का बाहरी हिस्सा हाई क्वॉलिटी स्टील से बनाया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रेन के सामने वाले हिस्से में प्लास्टिक कोन के रूप में लगाई गई है, कपलर कवर रिइनफोर्स्ड प्लास्टिक का बना है जो नोज कवर गाड़ी को एयरोडायनामिक लुक देता है और यह टक्कर का प्रभाव झेलने में भी सक्षम है.
ए राजा ने रेल मंत्री से यह भी पूछा कि घटनाओं की क्या जांच की गई, क्या ट्रेन के रेक के निर्माण में सप्लायर की ओर से घाटिया क्वालिटी का सामान यूज किया गया. जिसका जवाब देते हुए रेल मंत्री ने बताया कि सामान की सप्लाई नियमों के तहत हुई और निर्धारित निरीक्षणों के बाद ही उसे ट्रेन में इस्तेमाल किया गया है. यदि क्वालिटी में कोई समस्या आती है तो कॉन्ट्रैक्ट के नियमों के तहत कार्रवाई होती है.
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