मध्य प्रदेश सरकार किसानों के लिए लगातार विकास के लिए प्रयास कर रही है. सरकार लगभग हर वर्ष किसानों से उनके समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने का प्रयास करती है. शिवराज सरकार ने इस वर्ष भी पिछले वर्ष की तरह ही किसानों से ग्रीष्म कालीन मूंग की फसल कोसमर्थन मूल्य पर खरीदने को तैयार हो गयी है. प्रदेश के कृषि मंत्री ने भी मुख्यमंत्री के इस फैसले पर आभार जताया है. साथ ही निर्णय को किसानों के लिए ख़ुशी जाहिर करने वाला बताया है.
मध्यप्रदेश के किसानों के लिए मंगलवार का दिन ख़ुशी का रहा. सरकार ने इस वर्ष भी किसानों की समस्याओं से सम्बंधित एक कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया कि वर्ष 2023 में ग्रीष्मकाल में होने वाली मूंग की फसल को समर्थन मूल्य पर ही खरीदेगी. कैबिनेट की इस बैठक में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का किसानों के हित में लिए गए इस निर्णय पर आभार व्यक्त किया. कृषि मंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने भारत के किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है. और इस सपने को पूरा करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पूरी तरह से किसान हित में कम कर रहे हैं. सरकार ने कुछ दिन पूर्व ही मध्यप्रदेश मिलेट योजना का भी फैसला लिया था और उसके बाद किसानों के लिए यह भी एक बड़ी खुशखबरी है.
कृषि मंत्री के अनुसार सरकार पिछले तीन वर्षों से लगातार इस ग्रीष्मकालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर ही खरीद रही है. पहले किसान बाज़ार में मूंग की फसल को 4000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बेचते थे लेकिन सरकार ने समर्थन मूल्य 7275 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद करने के फैसले के बाद अब किसानों को प्रति क्विंटल पर 2 हजार रुपये से लेकर 3 हजार रुपये तक फायदा होगा. कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि उनकी इस बार की मंशा थी कि सरकार इस बार ग्रीष्मकालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदे. उनके इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा कैबिनेट की बैठक में स्वीकार कर लिया गया.
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मुख्यमंत्री के प्रस्ताव स्वीकार कर लेने के बाद कमल पटेल ने ख़ुशी जाहिर करते हुए मिडिया को इस बारे में बताया कि कैबिनेट समर्थन मूल्य पर वर्ष 2023-24 के लिए अंतिम मुहर लग गयी है. इस वर्ष भी सरकार मूंग की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदेगी.
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