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अरबों रूपए खर्च करने के बाद भी जो परिणाम नहीं मिला, वो लॉकडाउन में फ्री में मिल गया

गंगा की सफाई को लेकर तरह-तरह के दावें किए गए. कई तरह के योजनाएं-परियोजनाएं चलाई गई. अलग-अलग सरकारों ने अलग-अलग तरह के नारे भी दिए और गंगा की सफाई कागजों में ही होती रही. लेकिन करोड़ों रूपयों से भी निर्मल न होने वाली गंगा अब लॉकडाउन के दौरान अपने आप साफ होती जा रही है. जी हां, लॉकडाउन के कारण एक तरफ जहां वायु प्रदूषण से लोगों को राहत मिली है, वहीं गंगा का जल भी 40 से 50 प्रतीशत तक साफ हो गया है.

सिप्पू कुमार

गंगा की सफाई को लेकर तरह-तरह के दावें किए गए. कई तरह के योजनाएं-परियोजनाएं चलाई गई. अलग-अलग सरकारों ने अलग-अलग तरह के नारे भी दिए और गंगा की सफाई कागजों में ही होती रही. लेकिन करोड़ों रूपयों से भी निर्मल न होने वाली गंगा अब लॉकडाउन के दौरान अपने आप साफ होती जा रही है. जी हां, लॉकडाउन के कारण एक तरफ जहां वायु प्रदूषण से लोगों को राहत मिली है, वहीं गंगा का जल भी 40 से 50 प्रतीशत तक साफ हो गया है.

मानवीय क्रियाओं के बंद होने से साफ हुई गंगा

विशेषज्ञों की माने तो गंगा को प्रदूषित करने वाले सभी तरह के कल-कारखानें इस समय बंद हैं, सभी तरह के क्रिया-कल्पों को भी लगभग बंद कर दिया गया है. छोटे-बड़े जहाज और जल यातायात भी बंद हैं, जिस कारण पानी बहुत साफ हो गया है. अब गंगा में डुबकी लगाने के बाद जमीन साफ नजर आती है. पंक्षियों का आना भी अचानक बढ़ गया है.

इस कारण प्रदूषित हो रही है गंगा

बता दें कि गंगा को प्रदूषित करने में उद्योग जगत का बड़ा हाथ है. उद्योगों से बड़े स्तर पर खतरनाक रसायन प्रदूषण के रूप में गंगा में डिस्चार्ज किए जाते हैं. गंगा किनारे क्षेत्रों में भारी पैमाने पर कपड़ों की रंगाई आदि का काम भी होता है. इस तरह के सभी काम फिलहाल अभी बंद है, जिस वजह से पानी साफ होता जा रहा है.

किसानों को होगा फायदा

इस समय गंगा के जल में ऑक्सीजन की मात्रा 6 से 7 प्रति लीटर मिलीग्राम से बढ़कर 9-10 तक पहुंच गई है. पानी के साफ होने का सीधा फायदा किसानों को मिलेगा. साफ पानी से सिंचाई कार्य होने के बाद एक तरफ जहां फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, वहीं सब्जियों में फल-सब्जियों में जहरीले तत्व नहीं होंगें.

English Summary: Ganga water significantly clear during Lockdown know more about it Published on: 10 April 2020, 10:38 PM IST

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