देश के अलग-अलग राज्यों में कई किसानों ने खरीफ़ फसलों की बुवाई की है, लेकिन इस साल मौसम ने भी अपना मिजाज़ बदला है जिससे किसानों को अधिक बारिश से काफी नुकसान हुआ है, फिर भी उन्हें अभी तक खरीफ़ फसल में हुए नुकसान का मुआवज़ा नहीं मिला है. जबकि रबी फसलों की कटाई का वक्त आ चुका है. सभी किसानों को इंतज़ार है कि कब सरकार उनकी ओर ध्यान देगी. ऐसे में राजस्थान के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है कि किसानों को ज़ल्द ही खरीफ़ फसल में हुए नुकसान का मुआवज़ा दिया जाएगा.
राजस्थान के आपदा प्रबंधन औऱ सहायता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल का कहना है कि ज़ल्द ही बाढ़ और बारिश से प्रभावित लगभग 18 जिलों को मुआवज़ा राशि भेजी जाएगी. केंद्र सरकार को लगभग 996 प्रभावित गांवों की रिपोर्ट भेज दी गई है. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा एनडीआरएफ़ के माध्यम से राशि आएगी, जो काश्तकारों को दी जाएगी.
ऐसे किसानों को मिलेगा मुआवज़ा
किसानों को खरीफ़ फसलों के नुकसान का मुआवज़ा लेने के लिए तहसीलदार से संपर्क करना पड़ता है. तहसीलदार काश्तकार का नाम विभाग को भेजता है. इसके बाद जिला कलेक्टर को राशि आवंटित कर दी जाती है. जानकारी के मुताबिक, अब तक लगभग 193 करोड़ 28 लाख रुपये की राशि जिला कलेक्टरों को दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में बाढ़ से लगभग 18 जिलों में खरीफ़ फसल में लगभग 33 प्रतिशत नुकसान हुआ है. ध्यान दें कि काश्तकार को इस मुआवज़े की राशि ऑनलाइन भेजी जाती है.
केंद्र सरकार को भेजी रिपोर्ट
साल 2019 में बाढ़ से हुए खरीफ़ फसलों के नुकसान की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक, प्रभावित किसानों को कृषि आदान अनुदान वितरण के तहत ज़ल्द ही भुगतान दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि राज्य के जिलों के लिए लगभग 79.90 करोड़ रुपये आवंटित कर दिये गए है, जिसके भुगतान की प्रक्रिया जारी है.
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