Rotavator Machine: आज के समय में किसान अपनी फसलों की बुआई से लेकर कटाई तक, सभी जरूरी कृषि कामों में कृषि यंत्रों की मदद लेते हैं. इसका कारण यह है कि इनसे समय और धन दोनों की ही बचत होती है. कृषि यंत्र किसानों की एक ऐसी जरूरत है, जिसकी मदद से किसान कृषि कार्यों को आसान और सुविधाजनक बनाते हैं. एक ऐसा ही कृषि यंत्र रोटोवेटर है. इसका उपयोग ट्रैक्टर में जोड़कर होता है. यह खेत की मिट्टी को सही करने के साथ ही अन्य बहुत से कामों में आता है.
आज हम आपको इसकी विशेषताओं के साथ ही इससे होने वाले कामों के बारे में बताएंगे. तो आइए आपको इस लेख में रोटावेटर कृषि यंत्र की विस्तार से जानकारी देते हैं.
रोटावेटर की विशेषताएं
- इस कृषि यंत्र का उपयोग ट्रैक्टर के साथ किया जाता है.
- मल्टी स्पीड गियर बॉक्स 1000RPM 540 RPM
- इसे हर तरह की मिट्टी में इस्तेमाल किया जा सकता है.
- इसकी मदद से कम समय में मिट्टी को अच्छी तरह भुरभुरा बना सकते हैं.
इस तरह मिट्टी में जोड़ों का विकास अच्छा होता है
- इसकी मदद से 4 से 5 इंच गहरी जुताई कर सकते हैं.
- एक बार रोटावेटर से खेती की जुताई करने पर बीज की बुवाई की जा सकती है.
- रोटावेटर से खेत की जुताई करने पर समय की बचत होती है.
- इसका उपयोग शुष्क एवं गीली दोनों तरह की भूमि में संभव है।
- इसके उपयोग से 15 से 35 प्रतिशत तक इंधन की बचत होती है, जिससे लागत में कमी आती है.
- खेत की जुताई करने के बाद पाटा लगाने की जरूरत नहीं होती है.
- इस कृषि यंत्र की मदद से खेत में मौजूद मक्का, गेहूं, गन्ना, आदि फसलों के अवशेषों को आसानी से हटा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: कुछ ही घंटों में कई एकड़ गेहूं काटती हैं ये दो मशीनें, जानें लागत और सही समय
रोटावेटर के प्रकार
मौजूदा समय में 2 तरह के रोटावेटर ज्यादा प्रचलन हैं, जिसमें टिल मेट रोटावेटर और सॉइल मास्टर रोटावेटर का नाम शामिल है.
सॉइल मास्टर रोटावेटर: इसका उपयोग कठोर, नरम, दोमट या बलुई मिट्टी में सफलतापूर्वक किया जा सकता है. इस मशीन के दोनों तरफ बैरिंग लगे होते हैं, जिससे इसका उपयोग सूखी व गीली मिट्टी में कर सकते हैं. इसके रखरखाव में काफी कम खर्च आता है. इसकी मदद से 4 से लेकर 8 इंच तक की गहराई जुताई कर सकते हैं.
टिल मेट रोटावेटर: इस कृषि यंत्र में बोरान स्टील के ब्लेड लगे होते हैं, जिसस कठोर से कठोर मिट्टी की जुताई हो सकती है. इसके साथ ही एक ऑटोमेटिक स्प्रिंग भी लगा होता है, जिससे गियर ड्राइव के साथ ट्रेनिंग बोर्ड को मैनेज किया जाता है. इस रोटावेटर से गीली और सूखी मिट्टी में जुताई की जा सकती है.
रोटावेटर से किसानों को लाभ
- किसान किसी भी मिट्टी की जुताई में प्रयोग कर सकते हैं.
- इसका उपयोग किसी भी फसल के लिए विशेष रूप से उथल-पुथल के लिए किया जा सकता है.
- ईंधन की बचत हो जाती है.
- यह मिट्टी को तुरंत तैयार कर देता है.
- इसकी मदद से किसान गीले क्षेत्रों में भी आसानी से कार्य कर सकते हैं.
- किसान बीज की बुवाई में जल्दी कर सकते हैं.
- अन्य जुताई के यंत्रो की अपेछा कम समय में कार्य करता है.
- किसान फसलों के अवशेषो को हटा सकते हैं.
- खेतों में किसी भी मोड़ पर घुमाया जा सकता है.
रोटावेटर की कीमत
बाजार में कई बड़ी कंपनियों के रोटावेटर मौजूद हैं. अगर बात करें, तो भारतीय बाजारों में इसकी कीमत 50 हजार से लेकर ढ़ाई लाख रुपए तक है. रोटावेटर कृषि यंत्र किसानों के लिए काफी उपयोगी है. इसकी मदद से किसान खेती को और आसान बना सकते हैं.
Share your comments