दूध थीसिल (Milk Thistle) एक जड़ी बूटी है जो विशेष रूप से पुराने यूरोपीय देशों में पाई जाती है. इसमें एक प्रकार का केमिकल कॉम्पाउंड सिलिमारिन पाया जाता है, जो इसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. दूध थीसिल के पत्ते, बीज और तेल को उपयोग में लाया जाता है और इसे विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
दूध थीसिल लीवर के लिए रामबाण!
यह लीवर के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है और लीवर के कई रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए दूध थीस्ल का उपयोग ज्यादातर लिवर के रोगों जैसे जिगर की समस्याओं, लिवर संक्रमण, लिवर कैंसर और सिरोसिस जैसी समस्याओं के इलाज में किया जाता है. इसके अलावा, यह लिवर को संरक्षित रखने में भी मदद करता है.
माना जाता है की दूध थीस्ल में जिगर-सुरक्षात्मक गुण होते हैं और यह विषाक्त पदार्थों, दवाओं और शराब से जिगर की कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को रोकने में मदद कर सकता है. यह भी माना जाता है कि यह यकृत कोशिकाओं के पुनर्जनन को बढ़ावा देने में मदद करता है.
दूध थीस्ल को सामान्यतः कड़वा नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ लोग इसे नुकसानदायक जरूर मानते हैं. अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए आपको दूध थीस्ल लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. इसके साथ ही दूध थीसिल का उपयोग जानलेवा दवाओं के साथ नहीं करना चाहिए.
दूध थीस्ल के स्वास्थ्य लाभ
दूध थीस्ल में थायमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, पैंथोथेनिक एसिड, पायरिडॉक्सिन, बियोटिन और विटामिन बी 12 जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसके अलावा, दूध थीसल में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस, पोटैशियम और विटामिन डी भी होते हैं. इसलिए दूध थीसल खाने से शरीर में इन उपयोगी पोषक तत्वों की आवश्यकता पूरी होती है. जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि इसका इस्तेमाल ज्यादातर लीवर रोगियों के लिए किया जाता है लेकिन इससे और भी कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. यह निम्नलिखित हैं:
एंटीऑक्सीडेंट गुण: दूध थीस्ल में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जो अस्थिर अणु होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और उम्र बढ़ने और बीमारी में योगदान कर सकते हैं.
कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि दूध थीस्ल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, विशेष रूप से एलडीएल ("खराब") कोलेस्ट्रॉल को, जो हृदय रोग के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है.
बालों के लिए लाभदायक: दूध थीसल में पाये जाने वाले पोषक तत्व बालों को मजबूत और शाइनी बनाते हैं.
हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए: दूध थीसल में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों के लिए लाभदायक होते हैं.
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मां के दूध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए: दूध थीसल का सेवन करने से नई मां के दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है.
मधुमेह नियंत्रण के लिए: दूध थीस्ल मधुमेह खासकर Type 2 Diabetes के लिए लाभकारी हो सकता है. इसमें विशेष तरह के फाइबर, प्रोटीन और विटामिन ए होते हैं, जो शरीर को अधिक स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें लैक्टोफेरिन नामक एक विशेष प्रोटीन भी होता है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है.
संभावित कैंसर रोधी प्रभाव: कुछ प्रारंभिक अध्ययनों में पाया गया है कि दूध थीस्ल में कैंसर रोधी गुण हो सकते हैं, विशेष रूप से यकृत कैंसर के उपचार में. हालांकि, इस प्रभाव की पुष्टि के लिए अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है.
Disclaimer- इस लेख में दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसको अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें.
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