अगर खाने में जीरे का तड़का ना हो तो स्वाद अधूरा रहता है. भारत में इसका उपयोग लगभग सभी खानों में किया जाता है. इसके इस्तेमाल से सब्जी या दाल में स्वाद और सुगंध बढ़ती है. ये तो सभी जानते हैं कि जीरे का उपयोग रायता, सलाद, दाल, सब्जी और सूप आदि में खूब किया जाता है. क्या आप इससे होने वाले फायदों और गुणों के बारे में जानते हैं?. तो चलिए आपको बता देते हैं कि जीरे में क्या औषधीय गुण है जिसकी वजह से ये बहुत लाभकारी है:
जीरे में मौजूद औषधीय गुण
जीरा एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट है. इसमें कैल्शियम, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, मैगनीज, जिंक और मैगनीशियम जैसे पौषक तत्व होते हैं. इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में मौजूद है. इनके अलावा जीरे में विटामिन ए, सी, ई और बी-कॉम्प्लैक्स जैसे विटामिन भी हैं. इतने सारे विटामिन्स और मिनिरल्स होने की वजह से जीरे के सेवन से बहुत स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं.
जीरे के 10 प्रमुख लाभ (Jeera Benefits)
- जीरा मुंह की दुर्गन्ध को दूर करने में काफी लाभदायक होता है. सेंधा नमक के साथ जीरा का दिन में दो बार सेवन करें इससे मुंह की दुर्गन्ध खत्म हो जाएगी.
- अगर आपको मतली या उल्टी आने की समस्या है तो जीरे, शर्करा, मरीच और नमक का चूर्ण बनाकर शहद के साथ दिन में 3 से 4 उपयोग करें. इससे उल्टी आना बंद हो जाता है.
- जीरे के सेवन से पुरानी से पुरानी सर्दी जुकाम भी दूर हो जाता है. इसके लिए जीरे को जलाकर उसका धुंआ सूंघना चाहिए. वहीं जिन लोगों को कफ की शिकायत है वे जीरे के पानी का सेवन करें.
- खट्टी डकार आने पर भी जीरा बेहद उपयोगी है. इसके लिए पानी के साथ जीरे का काढ़ा बना लें जिसे छानकर स्वादानुसार मिर्च और नमक डालकर पी लें. इससे खट्टी डकारे दूर हो जाएगी.
- जीरा और सिंदूर को कड़वे तेल में पकाकर एक शीशी में भरकर रख लें. यदि खुजली की शिकायत है तो इसे लगाएं, इससे खुजली कम हो जाएगी.
- आपको कम भूख लगती है तो आप जीरा को नींबू के रस में भिगोकर नमक के साथ सेवन करें. इससे पाचन शक्ति दुरुस्त होती है और भूख लगती है.
- यदि कचनार की छाल के रस में जीरा मिलाकर उसका सेवन किया जाए तो इससे बुखार उतरने में मदद मिलती है. इतना ही नहीं, कंपकंपी या ठंड की शिकायत होने पर जीरे का गुड़ के साथ सेवन करना फायदेमंद होता है.
- जिन लोगों को अपच और वात-पित्त दोष है वे जीरा और धनिया के पेस्ट को घी में पकाकर भोजन से आधा घंटे पहले खाएं.
- जीरा के चूर्ण को अरंडी के तेल के साथ मिलाकर इसका सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं.
- काले जीरे का काढ़ा बनाकर उसका कुल्ला करने से दांत का दर्द कम होता है.
भारत में जीरा कहां कहा उगाया जाता है?
भारत में जीरे की खेती कहीं भी की जा सकती है लेकिन यूपी, पंजाब और राजस्थान में इसकी खेती प्रमुखता से होती है. भारत में काले जीरे की खेती कश्मीर, गढ़वाल,कुमाऊं में होती है जो यहां के पहाड़ी क्षेत्रों में 2000-3400 मीटर की ऊंचाई पर उगाया जाता है.
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