कोरोना महामारी के विकराल रूप लेते ही लोगों में इसकी वैक्सीन और दवा की मांग तेजी से उठने लगी. दुनियाभर के कई देश इसकी दवा और वैक्सीन पर काम कर रहे हैं. कुछ रिसर्च सेंटर से सकारात्मक संकेत मिले हैं और अब मार्केट में कोरोना से लड़ने के लिए एक फेविपिराविर दवा मार्केट में मौजूद है. कहा जा रहा है कि नई दिल्ली में इससे इलाज भी शुरू कर दिया गया है. यहां हम आपको इस दवा से जुड़ी हर उस बात से रूबरू करा रहे हैं, जो आपके लिए जानना जरूरी है.
फेविपिराविर एक एंटी-वायरल दवा है, जिसे वर्तमान में कोविद-19 के मरीजों को देना शुरू कर दिया है.शुरूआत में 18 मरीजों को यह दवा दी गई और उसके परिणाम सकारात्मक रहे हैं. मुंबई स्थित ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को कोविद -19 रोगियों के इलाज के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से निर्माण और एंटी-वायरल दवा फेविपिरवीर को बाजार से मंजूरी मिल गई है.
फेवीपिरवीर क्या है?
फेवीपिरवीर एक एंटी-वायरल दवा है और इसे इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए जापान में मंजूरी दे दी गई है. वर्तमान में कोविद -19 के 18 मरीजों पर इसका परीक्षण किया जा रहा है और दो अध्ययनों के परिणामों ने सकारात्मक परिणाम दिखाया है, जबकि अन्य परीक्षणों के डेटा का इंतजार है.
भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल द्वारा स्वीकृत ग्लेनमार्क दवा क्या है?
फेज -3 डेटा के आधार पर, कंपनी ने एंटीवायरल दवा फेविपिरवीर के निर्माण और विपणन के लिए मंजूरी प्राप्त की, जिसे फैब्लीफ्लू नामक ओरल दवा के रूप में ब्रांडेड किया गया है. यह दवा गंभीर कोरोना मरीजों के लिए नहीं है, बल्कि शुरुआती दौर में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए है. इस दवा से उपचार कराना पूरी तरह से मरीज के ऊपर निर्भर करता है. अगर मरीज और डॉक्टर दोनों की सहमति होगी. तभी इसे कोरोना पॉजिटिव को दी जाएगी.शनिवार, 20 जून को ग्लेनमार्क द्वारा इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई है.
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