उम्र बढ़ने के साथ ही ‘भूलने की बीमारी’ से ग्रसित होना आम बात है. यदि खान-पान का ध्यान रखा जाये तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. इससे आप बुढ़ापे में भी अपनी याददाश्त बचपन जितनी ही तेज रख सकते हैं. अभी हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक शोध में दावा किया है कि संतरे के जूस और बेर फलों के सेवन से याददाश्त हमेशा दुरुस्त बनी रहेगी.
न्यूरोलॉजी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 51 साल की औसत उम्र वाले 27,842 लोगों पर शोध करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है. जब शोध शुरू किया तो लोगों से उनके रोजमर्रा के खाने में फल, सब्जी एवं अन्य भोजन के बारे में जानकारी ली गई. सभी चुने हुए लोगों से पूरे 20 साल तक उनके खान-पान संबंधी जानकारियां ली गई. इतिहास में यह पहली बार है जब इतने लोगों पर लगातार 20 साल तक शोध किया गया हो.
वैज्ञानिको के इस शोध कार्य से उत्साहित होकर अमेरिका के हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर चांगझेंग युआन ने बताया कि एक बार फिर साबित हो गया कि सही खानपान से दिमाग को ठीक किया जा सकता है.
शोध के ख़त्म होने के चार साल पहले ही शोध में शामिल होने वाले लोगों की याद्दाश्त का परीक्षण लिया गया. तब इन लोगों की औसत उम्र 73 साल की थी. इन सभी लोगो में से 55 फीसदी की यादाश्त ठीक निकली और 38 फीसदी लोग सामान्य यादाश्त वाले थे.
प्रतिभागियों द्वारा सेवन किए जा रहे फल एवं सब्जी की मात्रा के आधार पर उनके पांच समूह बनाये गए थे. ज्यादा फल-सब्जी खाने वाले को प्रथम समूह में जबकि सबसे कम फल-सब्जी का सेवन करने वालों को सबसे अंतिम समूह में रखा गया था. 20 साल के आंकड़ों के अध्ययन के बाद ज्यादा फल-सब्जी खाने वालों की याददाश्त अच्छी पाई गई.
प्रभाकर मिश्र, कृषि जागरण
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