मधुमेह एक दीर्घकालिक चिकित्सीय स्थिति है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. यह तब होता है जब शरीर के खून में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है. अगर हम इस स्तर को ठीक करना चाहते हैं तो इसके शुरूआती लक्षणों में ही सतर्कता बरतनी होती है.
कब होता है मधुमेह
जब हमारे शरीर के अग्नाशय में इन्सुलिन में उत्पादक कोशिकाओं पर प्रवाह बढ़ जाता है जिसके बाद यह इन्सुलिन को ख़तम करने लगता है. शरीर में ऊर्जा के लिए जो खून प्रवाह के माध्यम के लिए इन्सुलिन आवश्यक होता है. लेकिन जब यह नष्ट होने लगती हैं तो मधुमेह की बीमारी हो जाती है. लेकिन इस प्रकार से मधुमेह का होना बचपन में होता है. जिसे शुरूआती दिनों में ही नियंत्रित किया जा सकता है. इसके साथ ही मोटापा एवं अन्य कारणों से भी सुगर की बीमारी लोगों में आम तौर पर देखी जाती है.
कैसे पहचानें इसके लक्षण
अगर आपको भी इसके लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी हो तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना होगा जिसके बाद आप इसके लक्षणों को समझ सकते हैं. अगर आपको खुद को सामान्य से अधिक बार पेशाब करते हुए पाते हैं, खासकर रात में, तो यह मधुमेह का संकेत हो सकता है. अधिक पेशाब आने से निर्जलीकरण हो सकता है, जिससे लगातार प्यास लगने लगती है. इसके साथ ही अगर आपको सामान्य या अधिक मात्रा में भोजन करने के बावजूद, वजन कम होने के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको मधुमेह की बीमारी हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करने में असमर्थ होता है. जिस कारण शरीर में ऊर्जा का प्रवाह कम हो जाता है और वजन कम होने लगता है.
ज्यादा खाने पर भी करा लें जांच: अगर आपको भूख बहुत ज्यादा लगती है तो यह शुगर की बीमारी का एक लक्षण हैं. ग्लूकोज का सही ढंग से उपयोग करने में शरीर की असमर्थता के कारण लगातार भूख लगना और अधिक खाना खाने की समस्या हो सकती है.
आखें भी होती हैं कमजोर: मधुमेह का प्रभाव आपकी आंखों पर भी पड़ता है. जब शरीर में शर्करा ज्यादा मात्रा में हो जाती है तब आपकी आंखों के लेंस प्रभावित हो जाते हैं, जिससे आंखों की रोशनी धुंधली हो जाती है. कई बार तो यह बिल्कुल ही चली भी जाती है.
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कैसे करें नियंत्रित
आप अगर मधुमेह से दूरी बना कर रखना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी दिनचर्या को सुधारना होगा. इसके साथ ही संयमित भोजन और नियमित खानपान का भी विशेष ध्यान रखना होता है. आपको अपनी डाइट में ऐसे फलों को शामिल करना होता है जिनके माध्यम से आप शुगर को नियंत्रित कर सकें. अगर आपका यह रोग शरीर में तेजी से फैल रहा है तो यह आपकी मौत का कारण भी बन सकता है.
निष्कर्ष के तौर पर
आप अगर मधुमेह से दूरी बना कर रखना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी दिनचर्या को सुधारना होगा. इसके साथ ही संयमित भोजन और नियमित खानपान का भी विशेष ध्यान रखना होता है. आपको अपनी डाइट में ऐसे फलों को शामिल करना होता है जिनके माध्यम से आप शुगर को नियंत्रित कर सकें. अगर आपका यह रोग शरीर में तेजी से फैल रहा है तो यह आपकी मौत का कारण भी बन सकता है.
जागरूकता और शीघ्र पहचान मधुमेह के प्रभावी प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. लक्षणों को पहचानकर और तुरंत चिकित्सा सलाह लेकर, व्यक्ति अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रख सकते हैं और मधुमेह से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भी एक अच्छी जिंदगी को जी सकते हैं
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