अश्वगंधा एक औषधीय जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है जोकि पाउडर और कैप्सूल के रूप में बाजारों में आसानी से उपलब्ध भी है. इसका उपयोग मोटापे को कम करने, बल और वीर्य विकार को ठीक करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा यह अन्य और भी कई रोगों के इलाज में रामबाण है.
आमतौर पर अश्वगंधा की खेती की जाती है. यह जंगल में पाए जाने वाले पौधों की तुलना में बेहतर गुणवत्ता वाला भी होता है. हालांकि, जंगलों में पाए जाने वाले अश्वगंधा के पौधे को तेल निकालने के लिए अच्छा माना जाता है. इसलिए, आज हम आपको अपने इस लेख में इस प्राचीन औषधीय पौधे के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे.
असली अश्वगंधा और इसके उपयोगी हिस्सों की पहचान कैसे करें?
● असली अश्वगंधा के पौधे मसले जाने पर घोड़े के मूत्र की तरह महकते हैं. अश्वगंधा की ताजा जड़ में यह गंध अधिक होती है.
● अश्वगंधा के उपयोगी भाग पत्ते, जड़, फल और बीज हैं.
अश्वगंधा को विभिन्न भाषाओं में क्या कहा जाता है ?
1) हिंदी - अश्वगंधा, पुनीर, नागोरी नागघाट
2) अंग्रेजी - विंटर चेरी, पॉइज़नस गूसबेरी
3) संस्कृत - वराहकर्णी, वरदा, बलदा, कुशगंधिनी, अश्वगंधा
4) उड़िया - असुंदंधा
5) उर्दू - असगंदनागौरी
6) कन्नड़ - अमंगुरा, वीरमददलनागड्डी )
7) गुजराती - आसंध, घोड़ासोदा, असोदा
8) तमिल - चुवाडिग, अमुककिरा, अमकुलंग
9) तेलुगु - पनेरूगड्डु, अंद्रा, अश्वगंधी
10) बंगाली - अश्वगंधा
11) नेपाली - अश्वगंधा
12) पंजाबी - असगंद
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अश्वगंधा के फायदे (Benefits of Ashwagandha)
● 2 से 4 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण खाने से समय से पहले बालों के सफेद होने और भूरे बालों की समस्या को ठीक किया जा सकता है.
● अश्वगंधा में ऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, अश्वगंधा आंखों की रोशनी बढ़ा सकता है.
● अश्वगंधा श्वेत रक्त कोशिकाओं और लाल रक्त कोशिकाओं दोनों को बढ़ाने में सहायक है.
सर्दी और खांसी से राहत प्रदान करना.
● मानसिक तनाव से दूर रखता है.
● अश्वगंधा की जड़ का 2 ग्राम चूर्ण पानी के साथ लेने से सीने के दर्द से राहत मिलती है.
● अश्वगंधा के उपयोग से नींद अच्छी आती है.
● अश्वगंधा पाउडर पेट या आंतों के कीड़े को ठीक करता है.
अश्वगंधा के नुकसान (Side-Effects of Ashwagandha)
●इसके ज्यादा सेवन से अनिद्रा या फिर नींद की कमी हो सकती है.
●रात के समय अश्वगंधा खाने से बचें, क्योंकि यह मस्तिष्क को सक्रिय बनाता है और नींद न आने की समस्या पैदा कर सकता है.
● जिन लोगों का BP low रहता है, उन्हें अश्वगंधा लेने से बचना चाहिए क्योंकि यह बीपी को और कम कर सकता है.
● इसके अत्यधिक उपयोग से बुखार, थकान और दर्द हो सकता है.
● इसके अधिक सेवन से पेट की बीमारी हो सकती है.
● अगर आप अश्वगंधा का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो उल्टी और मतली की समस्या हो सकती है.
● लगातार अश्वगंधा का प्रयोग हानिकारक हो सकता है, इसलिए इसके ज्यादा सेवन से बचें.
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