देशभर में अधिकतर किसान और पशुपालक गाय का पालन (Cow Rearing) करते हैं. वह गाय की कई उन्नत नस्लों का पालन करते हैं. हर राज्य में गाय की अलग-अलग नस्लें पाई जाती हैं. यह नस्लें राज्य की जलवायु के आधार पर भी दूध देने की क्षमता रखती हैं.
आज हम गाय की जिस नस्ल की बात करने जा रहे हैं, उस नस्ल का नाम सीरी (Siri Cow) है. यह एक छोटे आकार की पहाड़ी नस्ल है, जो पश्चिम बंगाल, दार्जिलिंग एवं सिक्किम के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है. इसके बहुत सारे सापेक्षिक रूप मिलते हैं, जैसे काछा-सीरी, जो कि नेपाल एवं सिरी की संकर नस्ल है. यह सीरी के समान ही दिखाई देती है. आइए आज आपको गाय की इस नस्ल की जानकारी देते हैं.
सीरी गाय की संरचना
इस नस्ल के पशुओं का रंग काला या भूरा सफेद धब्बेदार होता है. त्वचा का रंग सलेटी, जबकि थूथन का रंग काला होता है. काले एवं सफेग रंग का मिश्रण होलस्टीन फ्रीजीयन नस्ल के समान ही होता है. इनका माथा उन्नत पंचभुजाकार व सफेद धब्बों से युक्त होता है. इसके साथ ही सींग मध्यम आकार के और बाहर की ओर निकले हुए होते हैं. इसके अलावा कान मध्यम आकार के होते हैं और धरती के समानान्तर होते हैं. इनके पैरों के नीचे व मध्य का भाग हल्के रंग का होता है. बांक का आकार छोटा व पेट से चिपका हुआ दिखाई देता है.
सीरी गाय से दूध उत्पादन
इस नस्ल की गाय से दूध उत्पादन की बात करें, तो इस गाय की दूध देने की क्षमता 3 से 6 किग्रा प्रतिदिन की होती है, जबकि दूध उत्पादन का समयान्तराल लगभग 210 से 274 दिनों का होता है. इस नस्ल के दूध में वसा की मात्रा लगभग 2.8 से 5.5 प्रतिशत पाई जाती है.
यहां मिल सकती है सीरी गाय
अगर किसी किसान या पशुपालक को सीरी गाय खरीदना हैं, तो वह राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://www.nddb.coop/hi पर जाकर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा आप अपने राज्य के डेयरी फार्म में संपर्क कर सकते हैं.
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