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Quail Rearing: बटेर के 200 चूजों से कमाएं 9 हजार रुपए, जानिए कैसे?

पशुपालकों के लिए बटेर पालन एक अच्छा विकल्प है. इसके चूजे से लेकर मांस तक की कमीत बाज़ार में बहुत अधिक है, इसलिए आप घर बैठे हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं. इसकी विदेशी नस्लों की भी मांग बहुत है.

स्वाति राव
स्वाति राव
Quail Rearing Prifitable Business
Quail Rearing Prifitable Business

आज कृषि जागरण पशुपालकों के लिए बहुत ही खास जानकारी लेकर आया है. दरअसल, आज हम आपको एक पशुपालन की एक ऐसा बेहतर विकल्प बताने जा रहे हैं, जिससे आपको कम समय में अच्छा मुनाफा मिलेगा.

हम बटेर पालन (Quail Rearing) की बात कर रहे हैं. इसमें  आप घर बैठे हर महीने अच्छा पैसा कमा सकते है. तो चलिए जानते हैं कि बटेर पालन से कितनी कमाई होगी और इसका पालन करते में किन बातों का ध्यान रखना होगा.  

बटेर के एक चूजे की कीमत (Cost Of A Chick Of Quail)

बटेर पालन से किसान अच्छा पैसा कमा सकते हैं. बटेर के एक दिन के बच्चे की कीमत 6 रूपए होती है. जैसे ही बच्चे की उम्र और वजन बढ़ता हैं, उसकी कीमत भी बढ़ जाती है. बता दें कि जब बटेर का एक चूजा 300 ग्राम का हो जाता है, तब उसकी कीमत करीब 15 रुपए के आस पास हो जाती है. जो कि बाज़ार में 45 रुपए के करीब बिकता है. इस तरह से किसान 200 चूजों का पालन करते हैं, तो लगभग 9000 रुपए का फयदा होगा.  इस हिसाब से महीने में 27000 रुपए कमाए जा सकते हैं.

बटेर का मांस पौष्टिकता से भरपूर (Quail Meat Is Rich In Nutrients)

  • इसके अलावा बटेर का मांस पौष्टिकता से भरपूर होता है, इसलिए बाज़ार में इसके मांस की ज्यादा मांग रहती है. इसके मांस को खाने से शरीर में गर्माहट बढ़ती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है.

  • बटेर के अंडे में फास्फोरस और लौह की मात्रा होती है.

  • इसकी शक्तिवर्घक गुण के कारण लोग ज्यादा पसंद करते हैं.

बटेर पालन के लिए जरुरी बातें (Important Things For Quail Farming)

  • बटेर का पालन सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश में किया जाता है.

  • बटेर के लिए अधिक गर्म जलवायु की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए 10 सेंटीग्रेट से 30 सेंटीग्रेट की तापमान उपयुक्त होता है.

  • बटेर का पालन भी देशी मुर्गी की तरह किया जाता है.

  • इसके लिए आप खुली शेड बना सकते हैं.

  • चूजों को रखने वाली जगह 10X10 फीट होनी चहिये, जिसमें लगभग 50-100 चूजे आसानी से रह सकते हैं.

  • इसे ग्रामीण परिवेश में आसानी से पाला जा सकता है.

  • बटेर पालन वाली जगह को हमेशा साफ रखें.

  • शेड में अच्छी तरह से हवा और रोशनी आनी चाहिए.

  • इन्हें पौष्टिकता से भरपूर भोजन खिलाएं.

  • बटेर को सदैव ताजे पानी ही पिलाएं.

बटेर की नस्लें (Quail Breeds)

  • बटेर की लगभग 18 नस्लें होती है. जिसमें जापानी बटेर को देश में सबसे अधिक पाला जाता है.

  • मांस उत्पादन की दृष्टि से बोल व्हाइट नस्ल (Bol White Breed) अच्छा माना जाता है.

  • दूसरी नस्ल व्हाइट बेस्टेड (White Bested) है, जो मांस उत्पादन के लिए उपयुक्त है.

  • अधिक अंडे देने वाली नस्लों में ब्रिटिश रेंज, इंग्लिश व्हाइट, मंचूरियन गोलन फिरौन और टक्सेडो है.

  • किसान अपने उत्पादन इच्छा अनुसार किसी भी नस्ल का चयन कर पालन कर सकते हैं.

English Summary: quail rearing earns twice as much, read the entire article to know Published on: 09 February 2022, 04:59 IST

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