1. Home
  2. पशुपालन

Goat Farming: इन नस्लों से शुरू करें बकरी पालन, कम समय में होगी तगड़ी कमाई!

Goat Farming Tips: मवेशी पालन में सबसे ज्यादा बकरी पालन किया जाता है. अधिकतर लोग जॉब छोड़कर बकरी पालन कर रहे हैं लेकिन ज्ञान और अनुभव की कमी होने से इसमें असफल हो जाते हैं. बकरी पालन करने से पहले आपको सही नस्ल की पहचान होना बेहद जरूरी होता है.

मोहित नागर
मोहित नागर
इन नस्लों के साथ शुरू करें बकरी पालन
इन नस्लों के साथ शुरू करें बकरी पालन

Bakri Palan Tips: भारत में मवेशी पालन एक कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण गतिविधि है, यह किसानों की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मवेशी पालन में गाय, भैंस, बकरी, बैल, खरगोश और मुर्गी जैसे पशुओं का पालन किया जाता है. लेकिन मवेशी पालन में सबसे ज्यादा बकरी पालन किया जाता है. अधिकतर लोग जॉब छोड़कर बकरी पालन कर रहे हैं लेकिन ज्ञान और अनुभव की कमी होने से इसमें असफल हो जाते हैं. बकरी पालन करने से पहले आपको सही नस्ल की पहचान होना बेहद जरूरी होता है. यदि आप सही नस्ल की जानकारी रखते हैं, तो किसी भी अनुभवी के साथ आसानी से इस बिजनेस को कर सकते हैं.

आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानते हैं, बकरियों की उन्नत नस्लें कौन-सी है जिनसे आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.

दूध और मांस की अच्छी डिमांड

देश के छोटे से छोटे गांव में भी डेयरी फार्म और पोल्ट्री फार्म की शुरुआत की जा रही है. बकरियों के के दूध और मांस की भी मार्केट में काफी अच्छी डिमांड रहती है. किसान 4 बकरियों का पालन करके भी अपने फार्म का विस्तार कर सकते हैं. बकरी पालन के लिए जरूरी है कि आपके पास अच्छी नस्ल की बकरियां हो. बकरी पालन से अच्छी कमाई के लिए बकरियों की उन्नत नस्लों पर किसानों को फोकस करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: गर्मी में मछलियों की अच्छी ग्रोथ के लिए अपनाएं ये टिप्स

सोजत बकरी

सोजत यह एक राजस्थानी नस्ल है, जो सोजत जिले से संबंधित है. लेकिन अब इसकी पहचान पाली, जोधपुर, नागौर और जैसलमेर में भी बन चुकी है. बकरी की यह सबसे सुंदर नस्ल मानी जाती है, जिसके मार्केट में काफी अच्छे खासे दाम मिल जाते हैं. इस नस्ल की बकरी का दूध उत्पादन कम है, इसलिए इसे मुख्यतौर पर मांस के लिए ही पाला जाता है.

गूजरी बकरी

गूजरी नस्ल की बकरी मूल रुप से राजस्थान में पाई जाती है, इस बकरी का पालन सबसे अधिक जयपुर, अजमेर, टोंक, नागौर और सीकर जिले में किया जाता है. इस नस्ल की बकरी का दूध काफी अच्छा होता है. इसके अलावा, गूजरी नस्ल की बकरी का मांस भी काफी अच्छा क्वालिटी का होता है. अन्य नस्लों की बरकियों के मुकाबले इस नस्ल की बकरी का आकार बड़ा होता है. गूजरी बकरी अच्छी मात्रा में दूध देती है और इसके बकरों को अच्छा मांस प्राप्त करने के लिए पाला जाता है.

करौली बकरी

यह एक स्वदेशी नस्ल की बकरी है, जो करौली जिले के सपोटरा, मान्डरेल, हिंडौन के साथ साथ सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी और बारां जिले तक में पाली जाती है. मीणा समुदाय की इस करौली बकरी को नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत रजिस्टर किया गया है. इस नस्ल की बकरियों से अच्छा दूध और मांस प्राप्त किया जा सकता है.

English Summary: goat farming tips for better earing good breed for bakri palan business Published on: 04 May 2024, 04:46 IST

Like this article?

Hey! I am मोहित नागर. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News